दादरी कांड पर पहली बार चुप्पी तोड़ते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसे दुखद करार दिया है. एक अखबार को दिए साक्षात्कार में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि ये काफी दुखद घटना है और बीजेपी इस तरह की घटनाओं का समर्थन नहीं करती.
प्रधानमंत्री ने विपक्ष पर छद्म धर्मनिरपेक्षता को अपनाने और ध्रुवीकरण की राजनीति करने का आरोप लगाया और साथ ही दादरी हत्याकांड तथा मुंबई में गुलाम अली का कंसर्ट रद्द होने को ‘दुर्भाग्यपूर्ण’ करार दिया लेकिन यह भी कहा कि केंद्र की सरकार का इससे कोई लेना देना नहीं है. प्रधानमंत्री ने विपक्ष पर यह भी आरोप लगाया कि वह संप्रदायवाद का हौव्वा खड़ा कर अल्पसंख्यकों को वोट बैंक की तरह इस्तेमाल कर रही है.
बिहार की रैली में भी दिया था बयान
इससे पहले प्रधानमंत्री ने बिहार की रैली में इस तरह की घटनाओं और नेताओं के भड़काऊ बयानबाजी की आलोचना की थी लेकिन दादरी का नाम नहीं लिया था. प्रधानमंत्री ने लोगों से ऐसे बयानों को तव्वजों नहीं देते हुए विकास के लिए मिलकर काम करने की अपील की थी.
ऐसी घटना की उम्मीद नहीं थी