रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने शुक्रवार को कहा कि युद्ध मशीनरी को तैयार रखना जरूरी है. कम समय में अग्रिम मोचरें पर सैनिकों को जमा करने में सक्षम रहना और साथ ही साथ सीमा पार से किसी भी दुस्साहस को रोकने के लिए तैयार रहना जरूरी है.
देश के 69वें स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर आकाशवाणी के जरिए सशस्त्र बलों को दिए अपने पहले संबोधन में पर्रिकर ने कहा कि हथियार प्रणाली और उपकरण को उन्नत और आधुनिक बनाने की जरूरत है. उन्होंने अपने पूर्व रिकॉर्डेड संबोधन में कहा कि सरकार सीमा पार से किसी तरह के दुस्साहस को रोकने और देश की सीमाओं पर चौकसी बनाए रखने की जरूरत से पूरी तरह अवगत है.
पर्रिकर ने कहा, 'ऐसे में अपनी युद्ध मशीनरी को तैयार रखना और कम समय के भीतर सैनिकों को अग्रिम मोचरें पर जमा करने में सक्षम होना जरूरी है. इस समय हथियार प्रणाली और उपकरण को उन्नत और आधुनिक बनाने की जरूरत है.' उन्होंने कहा, 'हमने अपने जवानों को सर्वश्रेष्ठ हथियारों से युक्त करने के लिए कई कदम उठाए हैं.
पर्रिकर ने कहा, 'हम लगातार कोशिश कर रहे हैं कि ज्यादातर हथियार स्वदेशी हों. सत्ता में आने के बाद से हमारी सरकार ने 1,60,000 करोड़ रुपये की खरीद के प्रस्तावों को हरी झंडी दी है'. सरकार युद्धपोतों, पनडुब्बियों और नौसैन्य हेलीकॉप्टरों के जरिए नौसेना को भी परिपक्व बनाने के लिए कदम उठा रही है.
-इनपुट भाषा