सरकार ने बुधवार को लोकसभा में बताया कि 121 वाट्सएप यूजर्स में से कम से कम 21 का व्यक्तिगत डेटा पेगासस स्पाईवेयर द्वारा एक्सेस किया गया. सरकार ने बताया कि इस मामले में 121 लोगों के वाट्सएप डेटा को टारगेट किया गया था.
बता दें कि इजरायली कंपनी ने Pegasus सॉफ्टवेयर बनाया था, जिसके जरिए वाट्सएप चैट, मैसेज, वीडियो कॉल आदि को ट्रैक किया गया. इसके जरिए दुनियाभर में कुल 1400 लोगों को शिकार बनाया गया, इनमें 121 भारत के थे. इस विवाद के सामने आने के बाद भारत सरकार ने वाट्सएप से जवाब तलब किया था.
IT मंत्रालय ने संसद को बताया था कि वाट्सएप ने इस मामले में सरकार को जवाब दे दिया और खेद प्रकट किया है. बता दें कि इससे पहले अक्टूबर में जब वाट्सएप ने जवाब दिया था उसमें कहा था कि जिन 121 लोगों की जासूसी की गई है, वह सब लोकसभा चुनाव के दौरान हुआ था. जिसमें पत्रकार, वकील, सामाजिक कार्यकर्ता आदि को निशाना बनाया गया था.
रविशंकर प्रसाद ने लोकसभा में बताया कि वाट्सएप लगातार उपलब्ध जानकारियों का रिव्यू कर रहा है. यह भी जिक्र किया गया है कि वाट्सएप मानता है कि वाट्सएप का प्रयोग करने वाले भारत के 121 यूजर्स के डेटा पर हमला किया गया था. वहीं सरकार ने लोकसभा को ये भी सूचित किया कि कैंब्रिज एनालिटिका द्वारा 5,62,455 से अधिक व्यक्तियों का फेसबुक डेटा एक्सेस किया गया. फेसबुक ने 2018 में सरकार को यह बताया था.