पाकिस्तान को कड़ा संदेश देते हुए प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा कि भारत ने पडो़सी देश को स्पष्ट कर दिया है कि उसकी सेना द्वारा भारतीय सैनिक का सिर धड़ से अलग करने की घटना का द्विपक्षीय संबंधों पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है.
मनमोहन सिंह ने अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि पाकिस्तान के साथ अपने संबंधों की हम लगातार समीक्षा करते हैं. सैनिक का सिर धड़ से अलग करने की हरकत ने हमारे संबंधों पर नकारात्मक असर डाला है. भारत पूरी सावधानी और उचित विचार-विमर्श के साथ कदम उठाएगा. हम पाकिस्तान के साथ दोस्ती चाहते हैं. उसे (पाकिस्तान को) भी इस संबंध में प्रयास करने चाहिए. केवल हमारे प्रयास करने से यह संभव नहीं है.
प्रधानमंत्री की इस टिप्पणी का कांग्रेस प्रतिनिधियों ने ताली बजाकर स्वागत किया. बैठक की अध्यक्षता कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने की. पार्टी उपाध्यक्ष राहुल गांधी उनके बगल में बैठे थे.
सोनिया गांधी ने कहा कि भारत एक ऐसा देश है जो अपने पडो़स में शांति कायम रखने में विश्वास रखता है, लेकिन सिर्फ स्वीकृत सभ्य व्यवहार के सिद्धांतों के आधार पर वार्ता करता है और आतंकवाद और सीमा पार खतरों के सामने डटकर खडा़ है.
पार्टी की जयपुर घोषणा के मसौदे में पाकिस्तान के मसले पर कहा गया है कि भारत के पड़ोसियों और सहयोगियों को उसकी उचित सुरक्षा चिंताओं को स्वीकार करना होगा.
मसौदे में पाकिस्तान का नाम लिए बिना कहा गया है, ‘कोई भी वार्ता सभ्य व्यवहार के सिद्धांतों पर आधारित होनी चाहिए. जब इन सिद्धांतों का उल्लंघन होता है तो भारत को ठोस कार्रवाई करने से हिचकना नहीं चाहिए.’