पाकिस्तान की एक अदालत ने लश्कर ए तैयबा के कथित सदस्य और मुम्बई हमलों के आरोपी फहीम अंसारी के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किया है. सूत्रों ने बताया कि फर्जी दस्तावेजों के आधार पर कथित पाकिस्तानी पासपोर्ट हासिल करने के मामले में पाकिस्तानी अदालत ने भारतीय नागरिक फहीम अंसारी के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किया है.
इंटरपोल के जरिए भारत पहुंचेगा वारंट
26/11 मामले के विशेष सरकारी वकील उज्ज्वल निकम ने इस बात की पुष्टि की लेकिन कोई टिप्पणी करने से इनकार कर दिया. सूत्रों ने कहा कि वारंट जारी हो चुका है लेकिन इसे अभी भारत पहुंचना है. उन्होंने कहा कि इस प्रक्रिया में कुछ समय लगेगा क्योंकि इसे इंटरपोल के जरिए भेजा जाएगा. इस बीच फहीम गत नवम्बर में मुम्बई हमलों के लिए मुम्बई के ठिकानों के नक्शे तैयार करने और उन्हें पाकिस्तान स्थित लश्कर ए तैयबा के षड्यंत्रकारियों को सौंपने के मामले में मुकदमे का सामना कर रहा है.
पाक भी फहीम के पासपोर्ट की पुष्टि कर चुका है
पुलिस ने गिरफ्तारी के समय फहीम के पास से पाकिस्तानी पासपोर्ट बरामद किया था. इसका ब्यौरा पाकिस्तानी अधिकारियों को भेजा गया था जिन्होंने इस बात की पुष्टि की थी कि पासपोर्ट असली था. सरकारी वकील निकम ने पिछले हफ्ते निचली अदालत को सूचित किया था कि पाकिस्तान पासपोर्ट की असलियत की पुष्टि कर चुका है.
फहीम को तत्काल पाक को नहीं सौंपा जा सकता
सूत्रों ने कहा कि फहीम को तत्काल पाकिस्तान को नहीं सौंपा जा सकता क्योंकि वारंट अभी यहां प्राप्त नहीं हुआ है. इसके अतिरिक्त आतंकवाद विरोधी अदालत में मुकदमा पूरा होने वाला है और एक या दो महीने में फैसला आ जाने की उम्मीद है. मुम्बई की अदालत भी लश्कर ए तैयबा के भारत विरोधी अभियानों के सरगना जकी उर रहमान लखवी सहित फरार आरोपियों के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी कर चुकी है जो पाकिस्तान में हैं. पाकिस्तान ने अब तक इन वारंटों पर अमल नहीं किया है. मुम्बई की अदालत में फहीम के अतिरिक्त भारतीय नागरिक सबाउद्दीन अहमद और जीवित पकड़े गए पाकिस्तान के एकमात्र आतंकवादी मोहम्मद आमिर अजमल कसाब पर भी मुकदमा चल रहा है. सबाउद्दीन पर फहीम द्वारा बनाए गए नक्शों को लश्कर ए तैयबा तक पहुंचाने का आरोप है जबकि कसाब पर 166 लोगों की हत्या कर देने के मामले में मुकदमा चल रहा है.