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क्वात्रोकी के मामले में कुछ भी सकारात्मक नहीं है: मोइली

बोफोर्स दलाली मामले में भारत सरकार की ओर से इतालवी व्यवसायी ओत्तावियोक्वात्रोकी के खिलाफ मामला वापस लिए जाने के एक दिन बाद केंद्रीय विधिमंत्री वीरप्पा मोइली ने बुधवार को कहा कि भारत ने सारी संभावनाएं तलाशींलेकिन मामले में ‘कुछ भी सकारात्मक’ नहीं था.

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बोफोर्स दलाली मामले में भारत सरकार की ओर से इतालवी व्यवसायी ओत्तावियो क्वात्रोकी के खिलाफ मामला वापस लिए जाने के एक दिन बाद केंद्रीय विधि मंत्री वीरप्पा मोइली ने बुधवार को कहा कि भारत ने सारी संभावनाएं तलाशीं लेकिन मामले में ‘कुछ भी सकारात्मक’ नहीं था.

एक टेलीविजन चैनल के अनुसार मोइली ने कहा, ‘‘मामला काफी लंबे समय से चल रहा है. अगर क्वात्रोकी को वापस लाया जा सकता या उसे दोषी ठहराया जा सकता और मामले में आगे बढ़ा जा सकता तो सकारात्मक परिणाम हो सकते थे. इन सबका परीक्षण किया गया. लेकिन आखिकार कुछ भी सकारात्मक नहीं पाया गया.’’ वर्ष 2002 में एक अदालत द्वारा इसे समय की बर्बादी बताए जाने का उल्लेख करते हुए मोइली ने कहा कि तब सत्तारूढ़ भाजपा नीत राजग गठबंधन ने अपने शासनकाल के दौरान मामले में कोई अपील दायर नहीं की थी.

विधि मंत्री ने इस मामले में सीबीआई की ‘सकारात्मक भूमिका’ की भी सराहना की. हालांकि, विपक्ष का आरोप है कि संप्रग सरकार ने जांच एजेंसी का दुरुपयोग किया. मोइली ने कहा, ‘‘राजग के शासनकाल में कोई अपील दायर नहीं की गई. उसके बाद मामला सीबीआई के पास गया. उसने कुल 22 साल लिए. वे सकारात्मक भूमिका निभा रहे हैं.’’ क्वात्रोकी को बचाने संबंधी विपक्ष के आरोपों को खारिज करते हुए उन्होंने कहा, ‘‘यह बचाने का सवाल नहीं है. हमारी इसमें दिलचस्पी नहीं है. हमारी क्वात्रोकी में बिल्कुल दिलचस्पी नहीं है.’’ उन्होंने कहा, ‘‘अटार्नी जनरल, सॉलीसीटर जनरल और हमारे विधिक अधिकारियों और सीबीआई समेत सबका मानना है कि आगे कार्यवाही जारी रखने का कोई आधार नहीं है. सिर्फ विपक्ष को संतुष्ट करने के लिए कार्यवाही जारी रखने का कोई मतलब नहीं है.’’

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