चुनाव आयोग ने इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन से छेड़छाड़ की बात कहने वाले व्यक्तियों को इसे साबित करने का अवसर दिया है लेकिन अब तक कोई इसे साबित नहीं कर पाया है.
कानून मंत्री एम वीरप्पा मोइली ने सोमवार को राज्यसभा को बताया कि 2009 के लोकसभा परिणामों की घोषणा के बाद कुछ विपक्षी दलों (डीएमडीके और पीएमके आदि) के नेताओं ने इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों (ईवीएम) में छेड़छाड़ की बात की है.
उन्होंने डी राजा और एम पी अच्युतन के सवालों के लिखित जवाब में बताया कि डीएमडीके ने मद्रास उच्च न्यायालय में आगामी चुनावों में ईवीएम के प्रयोग को बंद करने के लिए जनहित याचिका दायर की है. मोइली ने कहा कि चुनाव आयोग ने ऐसे व्यक्तियों को भी अवसर प्रदान किये हैं जिन्होंने यह कहा था कि ईवीएम से छेड़छाड़ की जा सकती है लेकिन अभी तक कोई इसे साबित नहीं कर सका है.