बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को उनके राजनीतिक कौशल के लिए ‘स्वामी विवेकानंद नेशनल अवार्ड 2011’ से सम्मानित किया गया है.
रामकृष्ण विवेकानंद इंटरनेशनल फाउंडेशन ने स्टेट्समैनशिप श्रेणी के तहत नीतीश कुमार को स्वामी विवेकानंद नेशनल अवार्ड 2011 के लिए चुने जाने पर कहा कि राष्ट्र निर्माण तथा विकासोन्मुख शासन के दृष्टिकोण से राजनीति में सामान्य और पारदर्शी व्यक्तित्व रखते हुए विलक्षण एवं असाधारण योगदान के लिए नीतीश इस पुरस्कार के पात्र हैं.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि यह पुरसकार बिहार की 11 करोड़ जनता का सम्मान है. इस प्रकार के सम्मान से हमारी जिम्मेदारियां और चुनौतियां बढ़ गई हैं. हम इन चुनौतियों को अवसर में तब्दील कर न्याय के साथ विकास के मार्ग पर निरंतर आगे बढते रहेंगे.
सर्वोच्च न्यायालय के सेवानिवृत्त मुख्य न्यायधीश के जी बालाकृष्णन की अध्यक्षता में इस सम्मान के लिए समाज के विभिन्न क्षेत्रों में विशिष्ट पहचान वाले 12 विलक्षण प्रतिभाओं के चयन के लिए गठित कमेटी ने नीतीश कुमार और लोकसभा के पूर्व अध्यक्ष सोमानाथ चटर्जी का चयन स्टेट्समैनशिप श्रेणी के तहत किया है.
स्टेट्समैनशिप के अलावा इस पुरस्कार की 11 अन्य विभिन्न श्रेणियों में लाईफ टाईम एचीवमेंट, पब्लिक सर्विसेज, मैक्रो इकोनोमिक डेवलपमेंट एजुकेशन, मिशनरी सर्विसेस, कापरेरेट एक्सेलेंस, आर्ट एंड कल्चर, हेल्थ केयर, मीडिया एवं जर्नलिज्म, फिलेंथ्रापी एंड सोशल अवेयरनेस तथा इंटरप्रीनीयरशिप श्रेणियां शामिल हैं. इन 11 श्रेणियों के लिए डा. पी सी एलेक्जेंडर, डा. ग्रेग गालब्रेथ, डा. मोहन धारिया, प्रभात कुमार, प्रो. राज रेड्डी, मधुर जाफरी, एस के शर्मा, प्रो. अमिताभ घोष, प्रो. शेखर चौधरी, सुभाष कश्यप और वाणी जयराम के नामों का चयन किया गया है.