इंडिया टुडे माइंड रॉक्स समिट-2013 में एक अहम प्रगतिशील कदम की नींव रखी गई. हो सकता है कि बहुत जल्द दिल्ली गैंगरेप की शिकार हुई बहादुर ज्योति की तस्वीर दुनिया के सामने आए. खुद ज्योति की मां ने इसकी वकालत की है.
'क्राइम, नॉट एज सेशन' का अंत आंसू और संकल्प के साथ हुआ. मंच पर मौजूद थे ज्योति के माता-पिता, जिन्होंने देश को धन्यवाद दिया और ये वादा लिया कि जब तक देश की हर बेटी सुरक्षित नहीं हो जाती, हमारी लड़ाई रुकनी नहीं चाहिए.

इस मौके पर किरण बेदी ने कहा कि जैसे हम दूसरे वीरों की तस्वीर देखते हैं, वैसे ही हमें ज्योति की तस्वीर भी देखनी चाहिए.
इस पर ज्योति की मां ने भी सहमति जताते हुए कहा, 'मेरी बेटी का मुंह क्यों छिपाया जाए. उसने कोई गलत काम नहीं किया. मुंह वे छिपाएं जिन्होंने ये घिनौना काम किया. देश ने जैसे मेरी बेटी का साथ दिया. वैसे ही सबका साथ दे, ताकि लड़ाई कमजोर न होने पाए.'
मशाल जलाए रखनी है: पिता
ज्योति के पिता बोले, बेटी के विषय में कुछ भी कहें थोड़ा है. उसने जो लड़ाई लड़ी आपने देखी, अस्पताल में जूझते हुए बयान दिए. मगर अब ये लड़ाई आपको लड़नी है. और ये मशाल तब तक जलनी है, जब तक दिल्ली से, देश से ये दरिंदगी का अंधरा खत्म हो जाए. और जो ऐसे हादसे का शिकार होकर जिंदा हैं, लड़ाई लड़ रही हैं, उनके लिए समाज को जागना होगा. उनका पुर्नवास सुनिश्चित करना होगा.