खबरों की मानें तो मार्च के पहले हफ्ते में लोकसभा चुनाव के तारीखों का ऐलान हो सकता है वहीं मेलबर्न वनडे में ऑस्ट्रेलिया को 7 विकेट से मात देकर भारत ने कंगारुओं की धरती पर पहली बार कोई बाइलैटरल (द्विपक्षीय) वनडे सीरीज में जीत हासिल की है. पढ़ें- शुक्रवार शाम की 5 बड़ी खबरें.
डेढ़ महीने के भीतर हो सकता है लोकसभा और 5 राज्यों के चुनाव की तारीखों का ऐलान
वर्तमान लोकसभा का कार्यकाल 3 जून को खत्म हो रहा है और सभी राजनीतिक दल काफी पहले से ही अपनी चुनावी तैयारियों में जुट गए हैं. इस बीच अब खबर आ रही है कि मार्च के पहले हफ्ते में लोकसभा चुनाव के तारीखों का ऐलान हो सकता है. चुनाव आयोग से जुड़े सूत्रों के अनुसार, आयोग ने सभी प्रदेशों के मुख्य निर्वाचन अधिकारियों के साथ पिछले हफ्ते बैठक करने के बाद अपना फाइनल होमवर्क शुरू कर दिया है.
टेस्ट सीरीज में मेजबान कंगारुओं को रौंदकर 70 साल में पहली बार इस देश में इतिहास रचने वाली टीम इंडिया ने अब ऑस्ट्रेलिया की धरती पर पहली बार कोई बाइलैटरल (द्विपक्षीय) वनडे सीरीज जीतने का 'विराट कारनामा' किया है. मेलबर्न वनडे में ऑस्ट्रेलिया को 7 विकेट से मात देकर भारत ने कंगारुओं की धरती पर पहली बार कोई बाइलैटरल (द्विपक्षीय) वनडे सीरीज में जीत हासिल की है.
फिर बोले हरिप्रसाद- AIIMS से जानकारी मिली, अमित शाह को किसी तरह का फ्लू नहीं
भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के अध्यक्ष अमित शाह को स्लाइन फ्लू हो गया है और AIIMS में इलाज करा रहे हैं, लेकिन इसके इतर उनकी बीमारी को लेकर विपक्षी दलों की ओर से लगातार बयान दिए जा रहे हैं. कांग्रेस नेता और कर्नाटक से राज्यसभा सांसद बीके हरिप्रसाद अमित शाह की बीमारी पर एक के बाद एक बयान दे रहे हैं. हरिप्रसाद ने एक दिन पहले उनकी बीमारी को सूअर का बूखार (पीग फीवर) बताया था और अब शुक्रवार को उन्होंने कहा कि उनको कोई फ्लू नहीं हुआ है.
कर्नाटक कांग्रेस की बैठक में नहीं पहुंचे 3 MLA, क्या हो गए हैं बागी?
बेंगलुरु में हो रहे कांग्रेस विधायक दल की बैठक में अब तक 74 विधायक पहुंच गए हैं. कर्नाटक विधानसभा में कांग्रेस के 80 विधायक हैं. इनमें से एक विधायक विधानसभा में स्पीकर हैं. उन्हें इस मीटिंग में शिरकत करना नहीं है. इस लिहाज से कांग्रेस के 79 विधायकों का मीटिंग में पहुंचना जरूरी है. कांग्रेस की बैठक में जो 5 विधायक अबतक नहीं पहुंचे हैं उनमें 3 रमेश जरकीहोली, महेश कुमातहल्ली और उमेश जाधव हैं. नारायण राव नाम के विधायक हैदराबाद से फ्लाइट के जरिए बेंगलुरु आ रहे हैं. जबकि बी नागेन्द्र नाम के विधायक कोर्ट केस में व्यस्त हैं.
कश्मीरी विस्थापितों का दर्द- 'मोदी से बहुत थी आस, लेकिन नहीं बदले हमारे हालात'
प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के तौर पर नरेन्द्र मोदी ने 2014 में वादा किया था कि विस्थापित कश्मीरी पंडितों को न्याय दिलाएंगे. पीएम ने साढ़े चार साल का कार्यकाल पूरा कर लिया है लेकिन विस्थापित कश्मीरी पंडित अभी भी जम्मू शहर के बाहर बने रिफ्यूजी कैंपों में रहने के लिए मजबूर हैं. इंडिया टुडे के सुनील भट्ट ने जम्मू के बाहर जागती रिफ्यूजी कैंप का दौरा किया और जानने की कोशिश की कि प्रधानमंत्री मोदी ने अभी तक विस्थापित कश्मीरी पंडितों को राहत पहुंचाने के लिए क्या किया है.