अयोध्या विवादित स्थल के स्वामित्व संबंधी मुकदमे में एक मुख्य पक्षकार निर्मोही अखाड़े ने विवाद का सुलह समझौते से समाधान का प्रयास किये जाने पर बल दिया है.
अखाड़े के अधिवक्ता रंजीतलाल वर्मा ने बताया कि उन्होंने शुक्रवार को इस संबंध में अदालत के ओएसडी में आवेदन दिया है कि इस मामले को बातचीत से सुलझाने का प्रयास होना चाहिए.
उन्होंने बताया कि निर्मोही अखाडा इसका पक्षधर है. उन्होंने अपने आवदेन में अदालत से आग्रह किया है कि विवाद के बातचीत से समाधान के लिए और समय मिलना चाहिए.
उन्होंने कहा कि अदालत 24 सितम्बर को सुनाए जाने वाले फैसले को 27 सितम्बर तक टाल दे ताकि मामले के सुलझ-समझौते से समाधान के लिए और समय मिल सके. यह पूछने पर कि बातचीत से समाधान की कितनी संभावना है, वर्मा ने कहा कि इसकी संभावना है, इसलिए हम इसकी मांग कर रहे हैं.
उन्होंने यह भी कहा कि इससे पहले विभिन्न स्तरों पर दिल्ली में या अन्य कहीं सुलह-समझौते से समाधान के जो प्रयास हुए, उनमें मुकदमे के मुख्य पक्षकारों को ही नहीं बुलाया गया.