ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक का हेलीकॉप्टर गुरुवार को 45 मिनट तक हवा में मंडराता रहा. मुख्यमंत्री के हेलीकॉप्टर को कोटपद कस्बे में नए बनाए गए हेलीपेड पर उतरना था. लेकिन हेलीपेड का निर्माण करने वाले लोकनिर्माण विभाग (PWD) की ओर से इसकी लोकेशन और एल्टिट्यूड संबंधी सही जानकारी पायलट को नहीं दी गई . इसकी वजह से हेलीकॉप्टर 45 मिनट तक हवा में अटका रहा. इस घटना में एक एग्जिक्यूटिव इंजीनियर को निलंबित कर दिया गया है.
पटनायक के हेलीकॉप्टर को गुरुवार दोपहर को 12.55 बजे कोटपद में उतरना था. लेकिन ये दोपहर 1 बजकर 35 मिनट तक हवा में ही मंडराता रहा. आखिर पायलट को तकनीकी जानकारी मिलने के बाद हेलीकॉप्टर लैंड कर सका.
कोरापुट के एसपी चरण सिहं मीना का कहना है कि घटना की जांच के आदेश दिए गए हैं. पता लगाया जा रहा है कि किस कारण से ऐसा हुआ.
इस घटना के बाद ओडिशा सरकार ने कोरापुट जिले में PWD के एक एग्जिक्यूटिव इंजीनियर को ड्यूटी में लापरवाही बरतने के आरोप में निलंबित कर दिया है. निलंबित अधिकारी का नाम नहीं बताया गया है.
राज्य के PWD सेक्रेटरी नलिनिकांत प्रधान ने बताया कि ये घटना पायलट को हेलीपेड की सही जानकारी नहीं देने की वजह से हुई.