ओडिशा चिट फंड घोटाले की जांच ने अब मुख्यमंत्री नवीन पटनायक की चौखट पर दस्तक दी है. मामले की जांच कर रही सीबीआई ने शनिवार को पटनायक के खासमखास सरोज साहू से करीब डेढ़ घंटे पूछताछ की.
सीबीआई दफ्तर से बाहर निकलकर साहू ने कुछ भी बोलने से इनकार करते हुए कहा कि उनका इस घोटाले से कोई लेना देना नहीं है. साहू ने कहा,' सीबीआई की ओर से मुझसे जो भी सवाल पूछे गए मैंने उसका जवाब दिया. मैं आपको यह नहीं बता सकता कि उन्होंने मुझसे क्या सवाल किए.' समन मिलने पर वह सीबीआई दफ्तर पहुंचे थे.
सीबीआई भवन में जाने से पहले साहू ने कहा, 'मुझे इस बात का अंदाजा नहीं है कि सीबीआई ने क्यों बुलाया है. मेरे पास कॉल आया था इसलिए आया हूं.'
सूत्रों के मुताबिक साहू से सीशोर ग्रुप ऑफ कंपनीज के बारे में पूछताछ की गई है.
सरोज साहू मुख्यमंत्री के निजी सहायक हैं. वह पटनायक के घर 'नवीन निवास' से उनके तमाम कार्यक्रमों का संयोजन करते हैं. इसके अलावा साहू बीजू जनता दल के राजनीतिक सचिव भी हैं. बीजेडी की ओर से जारी प्रेस विज्ञप्तियों और बयानों पर भी साहू के हस्ताक्षर होते हैं. यही वजह है कि करोड़ों रुपए के घोटाले के मामले में साहू से की गई पूछताछ को पटनायक के लिए शर्मिंदगी मानी जा रही है.