कांग्रेस ने पूर्व विदेश मंत्री नटवर सिंह के उस दावे को ‘राजनीति से प्रेरित’ बताया, जिसमें उन्होंने कहा था कि 2004 में सोनिया गांधी ने ‘अंतरात्मा की आवाज’ पर नहीं, बल्कि अपने बेटे राहुल गांधी के कड़े ऐतराज के बाद प्रधानमंत्री बनने से इनकार किया था.
वोल्कर समिति की रिपोर्ट के बाद नटवर सिंह को यूपीए सरकार से हटना पड़ा था. बाद में कांग्रेस ने उन्हें निलंबित कर दिया था.
पार्टी प्रवक्ता और वरिष्ठ वकील अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा, ‘टीवी पर उनका हालिया बयान राजनीति से प्रेरित प्रतीत होता है और इसका मकसद किताब की बिक्री के लिए प्रचार पाने का प्रयास है.’
कांग्रेस महासचिव और पार्टी के संचार विभाग के अध्यक्ष अजय माकन ने भी सिंह के दावे को ‘हास्यास्पद’ बताते हुए खारिज कर दिया.
उन्होंने कहा, ‘यह हास्यास्पद है. आजकल अच्छी बिक्री और मुफ्त के प्रचार के मकसद से किताब की विषय वस्तु को सनसनीखेज बनाना फैशन बन गया है. यह भी इसी तरह की एक कवायद है. इस पर कोई भी टिप्पणी करना बेकार होगा.’
पार्टी की प्रतिक्रिया नटवर सिंह के इस दावे के ठीक बाद आयी कि ‘अंतरात्मा की आवाज’ के कारण सोनिया ने इससे मना नहीं किया, क्योंकि एक समय वह प्रधानमंत्री पद संभालने के बारे में कह चुकी थीं.