‘इराक में तेल के बदले अनाज ’घोटाले में नाम आने के बाद अपने पद से इस्तीफा देने वाले तत्कालीन विदेश मंत्री नटवर सिंह को पत्र लिखकर प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने उनकी जमकर प्रशंसा की थी.
नटवर सिंह ने इस बात का जिक्र अपनी पुस्तक ‘योर सिंसियरली’ में किया है. यह पुस्तक देश विदेश के विभिन्न नेताओं और राष्ट्राध्यक्षों द्वारा पूर्व विदेश मंत्री नटवर सिंह को लिखे गए पत्रों का एक संग्रह है. इसी संग्रह में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का यह पत्र भी शामिल है.
पूर्व विदेश मंत्री नटवर सिंह ने कहा ‘‘यह पुस्तक देश विदेश के विभिन्न नेताओं के पत्रों का संकलन है. इन पत्रों को मैंने संजोकर रखा और आज यह पुस्तक के रूप में लोगों के सामने है. ’’ प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के पत्र का जिक्र करते हुए वरिष्ठ राजनेता ने कहा, ‘‘मेरे इस्तीफे के बाद उन्होंने मुझे पत्र लिख कर विदेश मंत्री के रूप में मेरे काम काज की सराहना की थी.
उन्होंने कहा था कि आपके नेतृत्व में देश के पड़ोसी देशों तथा खास तौर से अमेरिका के साथ संबंध बेहतर हुए. इसमें आपका बड़ा योगदान है.’’ प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के पत्र के हवाले से नटवर ने कहा, ‘‘मनमोहन सिंह जी ने अपने पत्र में कहा कि ‘आपके दूरदर्शी नेतृत्व में भारत को न केवल पड़ोसियों से, बल्कि अमेरिका के साथ संबंध बेहतर स्थापित करने में ऐतिहासिक सफलता मिली है.’’