लोकसभा में आजम खान के विवाद को राष्ट्रीय महिला आयोग ने शर्मनाथ बताया है. राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने कहा कि आजम खान का बयान शर्मनाक है. आजम खान ये लगातार कर रहे हैं. लोकसभा स्पीकर को इस मामले पर कार्रवाई करनी चाहिए, उन्होंने तुरंत अयोग्य घोषित करना चाहिए.
Rekha Sharma,National Commission for Women Chief on SP MP Azam Khan's remark on BJP MP Rama Devi in Lok Sabha: This is a shameful remark. Azam Khan is now doing this repeatedly. Lok Sabha Speaker should take action against him, he should be disqualified pic.twitter.com/Dl9MukX8ep
— ANI (@ANI) July 25, 2019
आजम खान ने लोकसभा में बहस के दौरान अपनी बात की शुरुआत एक शेर से की लेकिन इसके बाद जो उन्होंने कहा उसपर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की ओर से हंगामा शुरू हो गया. जिस वक्त आजम खान बोल रहे थे तब स्पीकर की कुर्सी पर बीजेपी सांसद रमा देवी बैठी हुई थीं. सदन का संचालन रमा देवी ही कर रही थीं. आजम खान के बयान को लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला ने बाद में कार्यवाही से हटवा दिया.
दरअसल, लोकसभा में गुरुवार को सपा सांसद आजम खान के रमा देवी पर टिप्पणी को लेकर हंगामा हुआ. रमा देवी तीन तलाक विधेयक पर चर्चा के दौरान सदन की अध्यक्षता कर रही थीं. मुस्लिम महिला (विवाह अधिकार संरक्षण) विधेयक 2019 पर चर्चा में भाग लेते हुए आजम खान ने सदन की अध्यक्षता कर रहीं रमा देवी पर टिप्पणी की, जिसका सत्ता पक्ष ने विरोध किया. सत्ता पक्ष ने रामपुर के सांसद से माफी मांगे जाने की मांग की.
टिप्पणी पर आपत्ति जाहिर करते हुए बिहार के शिवहर की सांसद रमा देवी ने कहा कि यह बोलने का तरीका नहीं और टिप्पणी को कार्यवाही से हटाने का आदेश दिया. इसके जवाब में आजम खान ने कहा, "आप बहुत आदरणीय हैं. आप मेरी बहन की तरह हैं." इस बीच लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला आसन पर आ गए और कहा कि इस तरह के असंसदीय शब्द का इस्तेमाल नहीं किया जाना चाहिए.
आजम खान ने दोहराया कि रमा देवी उनकी बहन जैसी हैं और अगर उन्होंने उनके खिलाफ असंसदीय शब्द का इस्तेमाल किया है तो वह सदन से इस्तीफा देने को तैयार हैं. उनके समर्थन में सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा, "मैं नहीं मानता कि आजम खानजी ने आसन (रमा देवी) का अनादर किया है. ये (बीजेपी सांसद) लोग बहुत अशिष्ट हैं. ये उंगली उठाने वाले कौन हैं."
अखिलेश ने कहा, "अगर आप (लोकसभा अध्यक्ष) सोचते हैं कि खान की ओर से इस्तेमाल किया गया शब्द असंसदीय है, तो उसे हटाया जाना चाहिए." इस पर बिड़ला ने कहा, "आप सब के लिए यह कहना आसान है कि इसे हटाइए, उसे हटाइए लेकिन हटाने की जरूरत क्यों पैदा हुई? एक बार कोई टिप्पणी की गई तो यह पहले से ही पब्लिक डोमेन में है. इसलिए हम सभी को संसद की मर्यादा को ध्यान में रखते हुए बोलना चाहिए." हंगामे के बाद खान और सपा के दूसरे सदस्यों ने लोकसभा से वाकआउट कर दिया.