नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित करने से देश में सांप्रदायिक तनाव बढ़ेगा व मुजफ्फरनगर जैसे और दंगे हो सकते हैं. ये दावा किया है केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने.
उन्होंने मोदी को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का मुखौटा बताया और कहा कि अगले लोकसभा चुनावों में कांग्रेस और आरएसएस के बीच सीधी टक्कर होगी, ऐसा पहली बार होगा.
जयराम रमेश ने कहा, 'बीजेपी अगले आम चुनाव को पीएम उम्मीदवार की लड़ाई में तब्दील करना चाहती है. पर कांग्रेस 'मैं भी' सिंड्रोम में नहीं फंसेगी.' यह कहकर जयराम रमेश ने इशारा दे दिया है कि चुनावों से पहले कांग्रेस के पीएम उम्मीदवार के नाम के ऐलान की संभावना कम है.
केंद्रीय मंत्री ने कहा, 'मेरी समझ के मुताबिक मोदी की राजनीतिक रणनीति हमेशा से सांप्रदायिक ध्रुवीकरण पर आधारित रही है और आगे भी ऐसा ही होगा. जब उन्होंने अपने करीबी अमित शाह को उत्तर प्रदेश का प्रभारी नियुक्त किया था, उस वक्त ही मोदी की रणनीति जगहजाहिर हो गई थी.
उन्होंने बीजेपी पर मुजफ्फरनगर में सांप्रदायिक हिंसा को तूल देने का आरोप लगाते हुए आशंका जताई कि आने वाले दिनों में हिंदी भाषी क्षेत्रों ऐसी और वारदातें हो सकती हैं.
जयराम रमेश ने कहा, 'मुजफ्फरनगर तो सिर्फ एक ट्रेलर है, पहला मुकाम. मुझे आशंका है कि आने वाले समय में सांप्रदायिक तनाव बढ़ाने की कोशिश जारी रहेगी.'
उन्होंने कहा, 'बीजेपी के लिए यह सफल रणनीति रही है और मोदी उसके मास्टर. मुझे डर है कि यूपी और बिहार में जैसी स्थिति है, वहां और भी सांप्रदायिक हिंसाएं हो सकती हैं.'