गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने यूपीए सरकार पर एक बार फिर तीखा हमला करते हुए मंगलवार को कहा कि यूपीए का नेतृत्व दिशाहीन है और उसे न तो अर्थव्यवस्था की चिंता है और न ही गिरते रुपये की, उसे तो सिर्फ अपनी कुर्सी बचाने की फिक्र है.
मोदी ने कुछ ही दिन पहले स्वतंत्रता दिवस पर अपने संबोधन में भी प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की जमकर आलोचना की थी. उन्होंने मंगलवार को आरोप लगाया कि केंद्र सरकार आर्थिक हालात पर ध्यान देने के लिए पर्याप्त उपाय नहीं कर रही है. मोदी ने कहा, ‘देश आज निराश है क्योंकि सरकार को ना तो अर्थव्यवस्था की चिंता है और ना गिरते रुपये की. उसे केवल अपनी कुर्सी की फिक्र है.’
रुपये की कीमत में गिरावट का सिलसिला मंगलवार को भी जारी रहा और आज सुबह रुपया 98 और पैसे गिरकर डॉलर के मुकाबले 64 का आंकड़ा पार कर गया. बाजार के इन हालात के चलते मोदी ने केन्द्र पर निशाना साधा और कहा कि अमेरिकी डॉलर के मुकाबले भारतीय मुद्रा की मजबूती के लिए केन्द्र सरकार ने कोई कदम नहीं उठाया.
बीजेपी की चुनाव अभियान समिति के अध्यक्ष ने कहा, ‘पिछले तीन महीने में रुपये में तेजी से गिरावट आई, लेकिन सरकार ने अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपये की मजबूती के लिए कोई कदम नहीं उठाया. अगर रुपया इसी तरह से गिरता रहा तो अन्य देश भारत का फायदा उठाना शुरू कर देंगे.’
सरकार के नेतृत्व को दिशाहीन करार देते हुए मोदी ने कहा, ‘देश ने शायद कभी इस बात की कल्पना भी नहीं की होगी कि उसे ऐसे आर्थिक संकट से गुजरना पड़ेगा. लेकिन जब ऐसे संकट के दौरान नेतृत्व दिशाहीन हो तो नाउम्मीदी बढ़ती है. सरकार ने लोगों में विश्वास पैदा करने के लिए कोई कदम नहीं उठाया.’
मोदी ने कहा, ‘पिछले पांच वर्ष के दौरान हर तीन महीने में हम सरकार से यह सुनते आ रहे हैं कि कीमतें कम होंगी, मुद्रास्फीति पर अंकुश लगेगा, लेकिन कुछ नहीं हुआ.’ खुद को एक तरह से बीजेपी के प्रधानमंत्री पद के दावेदार के तौर पर पुरजोर तरीके से पेश करते हुए मोदी ने 15 अगस्त को राष्ट्रीय सुरक्षा के विषय पर प्रधानमंत्री पर हमला बोला था और उन्हें शासन के विषय पर सार्वजनिक बहस की चेतावनी दी थी.
उन्होंने प्रधानमंत्री को आड़े हाथ लेते हुए आरोप लगाया कि भारत सरकार पाकिस्तान और चीन की ओर से सीमा पर कार्रवाई पर कमजोर तरीके से जवाब दे रही है. मोदी ने कहा, ‘पिछले कुछ दिन से पाकिस्तान और चीन हमारे देश और हमारे जवानों पर हमले कर रहे हैं. अगर हम उनकी रक्षा नहीं कर सकते तो अपने देश को कैसे बचा सकते हैं?’
आज रक्षा बंधन के मौके पर उन्होंने कहा, ‘मैं अनुभव किया है कि समाज और देश की सेवा करते हुए मैं भारत की नारियों द्वारा दी गयी शक्ति के कवच से संरक्षित हूं. इसके कारण मैं अनेक चुनौतियों से उबर सकता हूं. मैं गरीबों से गरीब लोगों और वंचितों की सेवा के लिए भी प्रेरित होता हूं.’ मोदी की आधिकारिक वेबसाइट पर जारी बयान के अनुसार देश और विदेश की अनेक महिलाओं ने इस मौके पर उन्हें राखी बांधी.