मुकेश अंबानी देश के सबसे अमीर व्यक्ति हैं. वे छह सालों से लगातार यह रुतबा कायम रखे हुए हैं. देश में 100 सबसे अमीर व्यक्तियों की सूची में मुकेश अंबानी पहले पायदान पर हैं और उनकी संपत्ति हर साल तीन प्रतिशत की रफ्तार से बढ़ रही है. यह रफ्तारी धीमी जरूर है, लेकिन वे पहले पायदान पर बरकरार हैं.
अमेरिकी कारोबारी पत्रिका फोर्ब्स ने मंगलवार को एक सूची जारी की. इसके अनुसार, अप्रवासी भारतीय एवं प्रमुख इस्पात कारोबारी लक्ष्मी मित्तल 16 अरब डॉलर की पूंजी के साथ देश के दूसरे सबसे अमीर व्यक्ति के पद पर बरकरार हैं. जबकि सन फार्मा के दिलीप सिंघवी तीसरे सबसे अमीर व्यक्ति बन गए हैं. उनकी संपत्ति करीब 50 फीसद की बढ़ोतरी के साथ 13.9 अरब डॉलर पर पहुंच गई है. उन्होंने आईटी कंपनी विप्रो के प्रमुख अजीम प्रेमजी को चौथे स्थान पर धकेल दिया है. प्रेमजी की कुल सम्पत्ति 13.8 अरब डॉलर रही.
अमेरिकी पत्रिका फोर्ब्स की ओर से जारी देश के 100 सबसे अमीर व्यक्तियों की सूची में शामिल हस्तियों की आय एक साल की तुलना में करीब 3 फीसद की बढ़ोतरी के साथ 259 अरब डॉलर पर पहुंच गई.
फोर्ब्स ने एक विज्ञप्ति में कहा, 'भारत की अर्थव्यवस्था की नरमी के चलते अमीरों की संपत्ति में वृद्धि मंद रही. इसके अलावा ऊंची मुद्रास्फीति और रुपये की विनिमय दर में गिरावट के कारण भी इनकी संपत्ति की वृद्धि धीमी रही.' आर्थिक मंदी के बावजूद रिलायंस इंडस्ट्रीज के प्रमुख मुकेश अंबानी और आर्सेलर मित्तल के प्रमुख लक्ष्मी मित्तल की निजी हैसियत में कोई विशेष बढ़त नहीं हुई, जबकि इस दौरान प्रमुख दवा कारोबारी दिलीप सिंघवी की पूंजी 4.7 अरब डॉलर की बढ़ोतरी के साथ 13.9 अरब डॉलर पर पहुंच गई.
हालांकि इस दौरान आईटी कंपनी विप्रो के प्रमुख अजीम प्रेमजी की संपत्ति भी 1.6 अरब डॉलर बढ़कर 13.8 अरब डॉलर पर पहुंच गई, लेकिन वह देश के तीसरे सबसे अमीर व्यक्ति के पुराने पद पर कायम नहीं रह सके.
निर्माण क्षेत्र के सपूरजी पलोंजी समूह के पलोंजी मिस्त्री टाटा संस के बड़े शेयरधारक के रूप में उभरे हैं, लेकिन इस दौरान उनकी पूंजी घटकर 12.5 अरब डॉलर पर आ गई और वह चौथे पायदान से खिसककर देश के पांचवें स्थान पर आ गए. पलोंजी के पुत्र सायरस मिस्त्री को पिछले साल रतन टाटा के स्थान पर टाटा समूह का प्रमुख बनाया गया था.
अप्रवासी भारतीय कारोबारी हिंदुजा बंधु भी इस साल देश के छठवें सबसे अमीर व्यक्ति बन गए. पिछले साल देश की अमीरों की सूची में वे नौंवे स्थान पर थे.
फोर्ब्स की सूची के अनुसार शिव नाडार भी शीर्ष दस की सूची में आ गए हैं और सूची में सातवें सबसे अमीर व्यक्ति है. सुनील मित्तल 6.6 अरब डॉलर की पूंजी के साथ फिर दसवें स्थान पर आकर शीर्ष दस की जमात में शामिल हो गए हैं.
दूसरी ओर, एस्सार समूह के रईया बंधु और जिंदल समूह की सावित्री जिंदल भारत के शीर्ष दस रईसों की फार्ब्स सूची से बाहर हो गए हैं.
इसी प्रकार गोदरेज भी दो स्थान नीचे खिसक कर 8.3 अरब डॉलर की पूंजी के साथ आठवें स्थान पर आ गए. आदित्य बिड़ला समूह के चेयरमैन कुमार मंगलम बिड़ला 7.6 अरब डॉलर की पूंजी के साथ एक स्थान ऊपर उठकर नौंवे स्थान पर आ गए.
अनिल अंबानी इस साल भी देश के 11वें सबसे अमीर व्यक्ति बने हुये हैं, हालांकि इस दौरान उनकी पूंजी 6 अरब डॉलर से बढ़कर 6.2 अरब डॉलर पर पहुंच गई.
इसके अलावा, शीर्ष 20 अमीरों की ये लोग शामिल हैं-
रवि रईया (5.5 अरब डॉलर)
मिक्की जगतियानी (5 अरब डॉलर)
सावित्री जिंदल (4.9 अरब डॉलर)
उदय कोटक (4.1 अरब डॉलर)
साइरस पूनावाला (4 अरब डॉलर)
आनंद बर्मन (3.7 अरब डॉलर)
कुशल पाल सिंह (3.4 अरब डॉलर)
देशबंधु गुप्ता (3.2 अरब डॉलर)
बजाज परिवार (3.1 अरब डॉलर)