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गरीबी के कारण ‘कोख का सौदा’ करने को मजबूर हुई एक मां

एक मां फिर मजबूर है. मजबूर भी इस हद तक कि वो अपनी कोख का सौदा करने को तैयार है. दरअसल आठ महीने की गर्भवती एक महिला अपनी गरीबी को मिटाने के लिए अपने उस अजन्मे बच्चे को बेचने की बात कह रही है, जिसने अभी इस दुनिया में जन्‍म भी नहीं लिया है.

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अखबार में विज्ञापन
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एक मां फिर मजबूर है. मजबूर भी इस हद तक कि वो अपनी कोख का सौदा करने को तैयार है. दरअसल आठ महीने की गर्भवती एक महिला अपनी गरीबी को मिटाने के लिए अपने उस अजन्मे बच्चे को बेचने की बात कह रही है, जिसने अभी इस दुनिया में जन्‍म भी नहीं लिया है. मामला हरियाणा के यमुना नगर का है, जहां इस बदनसीब मां ने अपने गर्भ में पल रहे भ्रूण की बोली लगानी शुरू कर दी है. जो भी इस अभाग्य गर्भ की सबसे ऊंची बोली लगाएगा वही ले जाएगा, इस कोख में पलने वाली संतान को.

यमुना नगर के कस्बे बूडियां की रहने वाली यह औरत आठ महीने की गर्भवती है, लेकिन वो अपने पेट में पल रहे मासूम की बोली लगाने को मजबूर है. अखबार में दिये एक विज्ञापन के बाद इस बदनसीब मां के अजन्मे बच्चे की बोली लगाने वालों के फोन आने भी शुरू हो गये हैं. जिस नन्हीं जान ने अभी इस दुनियां में कदम भी नहीं रखा है, उसके लिए मोल-भाव शुरू हो गया है. अपने हीं मां-बाप से लिए कर्ज को उतारने के लिए यह बेबस मां अपनी कोख का सौदा कर रही है.

आलम यह है कि इस औरत के परिवार के लोग व रिश्तेदार इससे सिर्फ इसलिए बोल-चाल बंद कर चुके हैं क्योंकि इस का बाल-बाल कर्जे में दबा है. महिला के पहले तीन लड़के हैं उनका लालन-पालन व पढ़ाई में उठाया कर्ज इसे अपने पेट में पल रहे चौथे बच्चे को बेचकर उतारने के सिवा कोई चारा नजर नहीं आ रहा. अखबारों के माध्यम से दिये विज्ञापन से उसके पेट में पलने वाले बच्चे को लेने वालों की कमी नहीं है. इस मजबूर मां की मानें तो इसके पास 400 से 500 फोन आ चुके हैं. अब तक बच्चे की बोली 3 से 4 लाख रुपयों तक गई है, मगर इसे अपनी गरीबी हटाने के लिए 6 लाख रुपये की जरूरत है.

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हालांकि इस औरत का पंजाब के बठिंडा में एक व्यक्ति से छह लाख रूपयो में सौदा भी हो तय हो गया था, लेकिन उसने कुछ दिन तो इससे बात की लेकिन बाद में उसे इस पर शक हो गया कि कहीं यह चोरी का बच्चा तो नहीं बेच रही. सोनू नामक उस युवक ने इस महिला की शिकायत पुलिस को भी की. लेकिन तीन मासूम बच्चों की मां को इससे कोई फर्क नहीं पड़ता. उसका कहना है कि वह अपनी कोख में पल रहे बच्चे को बेच रही है, कोई अपराध नहीं कर रही. उसका कहना है कि वह अपने तीनों बच्चों के उज्वल भविष्य के लिए अपने छोटे अजन्मे बच्चे को बेच रही है. ताकि उन्‍हें अच्छी शिक्षा, परवरिश व किराये के मकान से छुटकारा मिल सके.

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