1-केजरीवाल पर थप्पड़ को AAP ने बताया हत्या की साजिश, मनोज तिवारी बोले- स्क्रिप्ट का हिस्सा
दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल पर रोड शो के दौरान हुए हमले का मामला गरमा गया है. इस घटना के बाद से सियासी गलियारों में आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है. 'आजतक' से बातचीत में अरविंद केजरीवाल ने कहा कि वह इस मामले में रविवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे. आम आदमी पार्टी के नेता इस घटना की साजिश का आरोप बीजेपी पर लगा रहे हैं. वहीं, बीजेपी दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष और लोकसभा उम्मीदवार मनोज तिवारी का कहना है कि चुनाव से पहले थप्पड़ पड़ना, खुद की बनाई स्क्रिप्ट का हिस्सा हो सकता है.
2-मायावती पर PM नरेंद्र मोदी का नरम रुख, क्या हैं इसके सियासी मायने?
चुनावी मंचों से महागठबंधन को ठगबंधन के तौर पर प्रचारित करने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सुर बदले-बदले नजर आ रहे हैं. यूपी के प्रतापगढ़ में शनिवार को पीएम मोदी ने चुनावी रैली के मंच से अखिलेश यादव पर गरम दिखे, लेकिन मायावती के लिए नरम रुख अपनाया. पीएम मोदी ने कहा कि समाजवादी पार्टी और कांग्रेस मिलकर मायावती को धोखा दे रही है, जिसके बाद यूपी की सियासत में पीएम मोदी के इस बयान के मायने निकाले जाने शुरू हो गए हैं.
3-BJP समर्थकों ने लगाए 'जय श्री राम' के नारे, ममता बनर्जी बोलीं- नतीजों के बाद यहीं रहना है
पश्चिम बंगाल के चंद्रकोण में सीएम ममता बनर्जी के काफिले के सामने बीजेपी कार्यकर्ताओं ने नारेबाजी की तो दीदी उन पर बरस पड़ीं. चंद्रकोण में ममता बनर्जी एक रैली में जा रही थीं. इस दौरान 'जय श्री राम' का नारा लगा रहे बीजेपी कार्यकर्ताओं को देखकर ममता ने अपना काफिला रोक दिया और कार से उतर गईं. ममता बनर्जी ने बीजेपी कार्यकर्ताओं पर गाली देने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि बीजेपी पुरुषों को गलत व्यवहार करने के लिए भेजकर उनकी छवि खराब कर रही है.
4-PM मोदी को लगातार क्लीन चिट पर चुनाव आयोग में दो फाड़! एक आयुक्त असहमत
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को निर्वाचन आयोग से सातवीं क्लीन चिट मिल गई है. गुजरात के पाटन में 21 अप्रैल को दिए भाषण पर विपक्ष को आपत्ति थी. जिला निर्वाचन अधिकारी और राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी की रिपोर्ट पर आयोग को प्रधानमंत्री मोदी के इस भाषण में भी कोई खामी नहीं दिखी.
चीफ जस्टिस रंजन गोगोई के खिलाफ यौन उत्पीड़न केस में अब नया मोड़ आ गया है. केस की सुनवाई को लेकर साथी जजों के बीच ही मतभेद उभर आए हैं. जस्टिस डी.वाई चंद्रचूड़ और जस्टिस नरीमन ने इनहाउस जांच कमेटी से आपत्ति जताई है कि शिकायतकर्ता महिला के बगैर सुनवाई उचित नहीं है.