मौसम विभाग ने देश के कई इलाकों से मानसून की वापसी की घोषणा की है. यह इलाके हैं बिहार, झारखंड, छत्तीसगढ़ और पश्चिम बंगाल का गांगेय क्षेत्र. मानसून की वापसी मराठवाड़ा के तमाम क्षेत्रों से और विदर्भ के कुछ क्षेत्रों से घोषित की गई है.
इसके अलावा उड़ीसा और तेलंगाना के कुछ हिस्सों से मानसून ने अपनी वापसी कर ली है. मानसून वापसी की रेखा फारबिसगंज, बांकुरा, अंगूल, जगदलपुर, रामागुंडम, अहमदनगर और मुंबई से होकर गुजर रही है. मौसम के जानकारों का कहना है कि देश के बाकी हिस्सों से अगले दो-तीन दिनों में मानसून की पूरी तरह से वापसी हो जाएगी.
इस समय बारिश की बात करें, तो अंडमान निकोबार के ज्यादातर इलाकों में पिछले 24 घंटों में बारिश रिकॉर्ड की गई है. इसके अलावा लक्षद्वीप और केरल के कई हिस्सों में रुक-रुक कर बारिश हो रही है. पूर्वोत्तर भारत में नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में कई जगहों पर बारिश रिकॉर्ड की गई है. पिछले 24 घंटों में हुई बारिश के आंकड़ों पर नजर डालें, तो कारीपुर और अमीन दिवि में 5-5 सेंटीमीटर, कोविलागुलम में 3 सेंटीमीटर और माया बंदर में 2 सेंटीमीटर की बारिश रिकॉर्ड की गई है.
उत्तराखंड के तमाम इलाकों में तापमान सामान्य से 1.5 डिग्री सेल्सियस से लेकर 3 डिग्री सेल्सियस तक ऊपर है. जम्मू-कश्मीर, पंजाब और हरियाणा में भी तापमान सामान्य से ऊपर चल रहे हैं. वहीं दूसरी तरफ उड़ीसा और मध्य प्रदेश के तमाम इलाकों में तापमान सामान्य से 3 से लेकर 5 डिग्री सेल्सियस तक नीचे चल रहे हैं. इसी तरह झारखंड और विदर्भ में दिन के तापमान सामान्य के मुकाबले 3 डिग्री सेल्सियस तक नीचे रिकॉर्ड किए जा रहे हैं. दिल्ली, उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल और पूर्वोत्तर के तमाम इलाकों में दिन और रात के तापमान सामान्य के आसपास रिकॉर्ड किए जा रहे हैं. इसका मतलब है कि उत्तर-पश्चिम भारत के कुछ इलाकों को छोड़कर देश के बाकी हिस्सों में अक्टूबर के महीने में होने वाली सुबह-शाम की ठंड महसूस की जाने लगी है.
मौसम विभाग का कहना है कि अगले दो-तीन दिनों में उत्तर-पश्चिम भारत के तमाम इलाकों में दिन और रात दोनों ही तापमान दो से 3 डिग्री सेल्सियस तक लुढ़क जाएंगे. इससे सुबह और शाम की ठंड में इजाफा होगा. उधर दूसरी तरफ हिमालय के तमाम क्षेत्रों में मौसम साफ रह रहा है. इस वजह से दिन के तापमान सामान्य के आसपास बने हुए हैं, लेकिन रात के तापमान में गिरावट देखी जा रही है. मौसम के जानकारों का अनुमान है कि हफ्ते भर के अंदर उत्तर पश्चिम हिमालय में एक वेस्टर्न डिस्टरबेंस दस्तक देगा, जिससे मौसम में खासा बदलाव देखा जाएगा.