लौटता हुआ मानसून लोगों की जिंदगी पर भारी पड़ रहा है. बारिश के चलते देश भर में पिछले 24 घंटों में 11 लोगों की मौत हो चुकी है. इनमें 7 मौतें पश्चिम बंगाल में हुई हैं और 4 लोगों ने हिमाचल प्रदेश में अपनी जान गंवाई है.
कई जगहों पर लोगों के फंसे होने की आशंका है. बारिश का सबसे ज्यादा असर जम्मू कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, हरियाणा और पश्चिम बंगाल पर पड़ा है. हालात कितने खराब हैं इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि बारिश की वजह से पंजाब में रेड अलर्ट जारी किया गया है, जिसके चलते मंगलवार को राज्य के सभी स्कूल-कॉलेज बंद हैं.
जम्मू कश्मीर के डोडा और हिमाचल प्रदेश के ज्यादातर हिस्सों में स्कूल बंद रखे गए हैं. पर्यटन स्थल लाहौल स्पीति में भारी बारिश की वजह से 150 सैलानी फंस हुए हैं.
पंजाब में रेड अलर्ट
पंजाब में पिछले तीन दिन से जबरदस्त बारिश हुई और मंगलवार को भी बारिश होती रही, जिसके कारण राज्य के अफसरों ने बाढ़ के हालात से निपटने के लिये तैयारियों की समीक्षा की. राज्य सरकार के मुताबिक पंजाब में किसी भी तरह के संकट से निपटने के लिये सेना को तैयार रहने के लिये कहा गया है.
कृषि विशेषज्ञों ने बताया कि पंजाब और हरियाणा में भारी बारिश से खरीफ फसलों को नुकसान पहुंच सकता है और खेतों में पानी भर सकता है. पुलिस ने बताया कि हरियाणा के अंबाला में भारी बारिश के कारण एक मकान के ढह जाने से 45 साल के एक शख्स की मौत हो गई.हिमाचल में आफत
हिमाचल प्रदेश में मूसलाधार बारिश से अचानक बाढ़ आ गई जिसके कारण कांगड़ा में एक शख्स और कुल्लू में एक लड़की बह गई. कुल्लू जिले में हाई अलर्ट जारी किया गया है. वन मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर ने कहा कि ब्यास नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है और इसके कारण अचानक आई बाढ़ में कई घर बह गये. लोगों को नदियों और नालों के पास नहीं जाने की चेतावनी दी गई. भारतीय नौसेना की टीम ने पिछले 48 घंटे में कुल्लू जिला के डोबी में अचानक आई बाढ़ में फंसे 21 लोगों को हेलिकॉप्टर की मदद से बचाया.
अगले 36 घंटे अहम
भाखड़ा ब्यास प्रबंधन बोर्ड (बीबीएमबी) ने पंजाब के लिये बाढ़ की चेतावनी जारी करते हुए कहा कि ब्यास नदी जल क्षेत्र में लगातार बारिश से जलस्तर बढ़ जाने के कारण पोंग बांध से अतिरिक्त पानी छोड़ा जायेगा. बीबीएमबी अधिकारियों ने कहा कि वे जलस्तर पर लगातार नजर बनाये हुए हैं.
उत्तराखंड में राजधानी देहरादून सहित अधिकतर स्थानों में बारिश हुई. राज्य आपदा अभियान केन्द्र ने बताया कि इन जिलों में करीब 45 ग्रामीण सड़कों पर आना-जाना मुश्किल हो गया है. इस बीच अगले 36 घंटे तक उत्तर भारत के कई हिस्सों में बारिश का अनुमान है.इसके अलावा राष्ट्रीय राजधानी और उत्तर प्रदेश के कई हिस्सों में भारी बारिश लोगों के लिए मुसीबत बनी हुई है. जम्मू कश्मीर के डोडा जिला में भूस्खलन की चपेट में आने से 3 नाबालिग सहित एक ही परिवार के पांच सदस्य जमींदोज हो गये जबकि कठुआ जिला में अचानक आई बाढ़ में फंसे 29 लोगों को बचाया गया.
बेंगलुरु और केरल में भी मुसीबत
बारिश से सिर्फ उत्तर या पूर्वी भारत ही नहीं प्रभावित हैं। दक्षिण में भी यह मुसीबत बनी हुई है। बेंगलुरु में सोमवार रात भारी बारिश हुई. शहर के कई इलाकों में पानी भर गया. दक्षिण बेंगलुरु के बड़े हिस्से में बारिश का पानी भरा हुआ है। यहां के बेलंदूर झील की हालत यह है कि पानी की सतह पर फैला झाग कभी भी ओवरफ्लो हो सकता है.
वहीं, केरल के कई जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है. मौसम विभाग ने इडुक्की और वायनाड जिलों मे भारी बारिश की चेतावनी जारी की है. केरल सीएमओ की ओर से कहा गया है कि पथानामथिट्टा, इडुक्की और वायनाड जिलों में 25 सितंबर के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है.
मानसून ने ली 1451 की जान
इस साल 24 सितंबर तक मानसूनी बारिश, बाढ़ और भूस्खलन से कई राज्यों में 1451 से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है. इसमें सबसे ज्यादा 503 लोगों ने केरल में जान गंवाई है. गृह मंत्रालय के तहत आने वाले डिपार्टमेंट एनईआरसी (NERC) ने ये आंकड़े जारी किए हैं. केरल की बाढ़ ऐसी थी कि यहां के लगभग दो दर्जन से ज्यादा जिले प्रभावित थे.
एनईआरसी की रिपोर्ट के मुताबिक हिमाचल प्रदेश में 43 लोगों की मौत बाढ़ और भूस्खलन से हुई है वहीं, उत्तर प्रदेश में बाढ़ और बारिश के चलते 299 लोग मारे गये हैं. कर्नाटक में यह आंकड़ा 180 तो असम में 53 का है. पश्चिम बंगाल में 250 लोग बारिश और बाढ़ की चपेट में आकर जान गंवा चुके हैं. उत्तराखंड में यह आंकड़ा 69 और उड़ीसा में 31 का है.
जानवरों पर भी मुसीबत
गृह मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक केरल में 46867 जानवरों की भी मानसून में बारिश के चलते मौत हो चुकी है. इनमें हिमाचल प्रदेश में में 505, पश्चिम बंगाल में 93, उत्तर प्रदेश में 219, उत्तराखंड में 300 और असम में 192 जानवरों की मौत इस साल की बारिश की वजह से हुई है.