सियासत की मुख्य धारा में अपना खोया राजनीतिक रसूख हासिल करने की कोशिश में जुटी वरिष्ठ बीजेपी नेता उमा भारती अपने शिष्यों की सालाना मुहिम के कारण आगामी रक्षाबंधन पर भाइयों की कलाइयों पर नजर आयेंगी.
‘उमाश्री भारती शक्तिपीठ’ से जुड़े संजय पाराशर ने बताया कि उन्होंने देश भर में करीब 1,000 लोगों को साध्वी के चित्र वाली राखियां भिजवायी हैं. इन लोगों में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत, बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजनाथ सिंह, गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी और मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान शामिल हैं.
उन्होंने बताया कि उनका संगठन हर साल देश भर में ‘दीदी मां’ (उमा) की तस्वीर वाली राखियां बांटता है और भाइयों से अनुरोध करता है कि वे इन्हें अपनी बहनों से जरूर बंधवाएं.
पाराशर ने कहा कि उमा के शिष्यों की यह मुहिम वर्ष 2006 से लगातार जारी है और इसका सियासत से दूर-दूर तक कोई लेना-देना नहीं है. बीजेपी आलाकमान ने उत्तर प्रदेश में पार्टी के खोए आधार को पाने के महत्वाकांक्षी अभियान के तहत इस सूबे के पिछले विधानसभा चुनावों के लिये उमा को नेतृत्व सौंपा था.
इन चुनावों में साध्वी ने हालांकि अपने विधानसभा क्षेत्र से तो जीत हासिल कर ली थी. लेकिन उत्तर प्रदेश के अहम चुनावी समर में बीजेपी को करारी पराजय झेलनी पड़ी थी. सूत्रों ने बताया कि मध्य प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री एक बार फिर से सूबे की सियासत में सक्रिय होने की कोशिश कर रही हैं.