केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने शुक्रवार को कहा कि यदि माओवादी बिना शर्त हिंसा छोड़ दें तो केंद्र सरकार उनसे बातचीत करने के लिए तैयार है. सिंह वाम चरमपंथ से उत्पन्न स्थिति की समीक्षा करने के लिए ओडिशा के माओवाद प्रभावित जिले कोरापुट पहुंचे थे.
इस दौरान मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा, 'मैं माओवादियों से अपील करना चाहता हूं कि हिंसा का मार्ग छोड़ दें और मुख्यधारा में शामिल हो जाएं. यदि वे बिना किसी शर्त के हिंसा छोड़ देते हैं तो सरकार उनसे बातचीत करने को तैयार है.' उन्होंने कहा कि लोकतांत्रिक ढांचे में हिंसा के लिए कोई स्थान नहीं है. माओवादियों को हथियार छोड़कर बातचीत के लिए आगे आना चाहिए.
एक दिवसीय दौरे पर ओडिशा पहुंचे राजनाथ सिंह ने कहा कि एनडीए सरकार ने विभिन्न कल्याणकारी और विकास योजनाएं शुरू की हैं. माओवादियों को हथियार छोड़कर इन कार्यक्रमों के लाभ उठाना चाहिए. हालांकि, इस दौरान उन्होंने झारखंड और छत्तीसगढ़ में पुलिस कार्रवाई का बचाव किया, जहां कुछ माओवादी मारे गए हैं. उन्होंने कहा, 'सुरक्षा बल अक्सर आत्मरक्षा में जवाबी कार्रवाई करने को मजबूर होते हैं. इस प्रक्रिया में नक्सली मारे जाते हैं.'
Koraput (Odisha): Home Minister Rajnath Singh chairs meeting of BSF officials over Naxal issue, earlier today pic.twitter.com/IZcWGNYSI3
— ANI (@ANI_news) February 19, 2016
अर्द्धसैनिक बलों के प्रयास को सराहा
गृह मंत्री ने माओवादियों के खिलाफ अभियान में ओडिशा सरकार, राज्य पुलिस, प्रशासन और अर्द्धसैनिक बलों की भूमिका की प्रशंसा करते हुए अधिकारियों को भी बधाई दी. उन्होंने कहा, 'वे बहुत अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं.' राजनाथ सिंह ने माओवादियों के खिलाफ अभियान की समीक्षा करने के लिए राज्य पुलिस, बीएसएफ, सीआरपीएफ और जिला प्रशासन के शीर्ष अधिकारियों की दो घंटे बैठक ली. समीक्षा बैठक में मौजूद लोगों में ओडिशा के गृह सचिव असित त्रिपाठी और पुलिस महानिदेशक केबी सिंह शामिल थे.