अयोध्या विवाद पर अदालत का फैसला आने के बाद प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने देशवासियों से शांति कायम रखने की अपील की है.
मनमोहन सिंह ने कहा, ‘‘मैं सभी वर्ग के लोगों से अपील करता हूं कि शांति कायम रखी जाए तथा भारतीय संस्कृति की महान परंपराओं के अनुरूप सभी धर्म एवं धार्मिक मान्यताओं के प्रति सम्मान प्रदर्शित किया जाये.’’
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘मुझे भारत के लोगों पर पूरा भरोसा है. मैं अपने महान देश की धर्मनिरपेक्षता, भाईचारे एवं सहिष्णुता की परंपराओं पर पूर्ण विश्वास रखता हूं.’’ उन्होंने कहा, ‘‘मैं जानता हूं कि कई बार कुछ शरारती तत्व हमारे समाज का बंटवारा करते हैं. मैं अपने देशवासियों से सतर्क रहने और इस तरह के लोगों को शांति एवं सद्भाव को बाधित करने के मामले में सफल नहीं होने देने की अपील करता हूं.’’ अफवाहों के प्रति आगाह करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘आपको खासतौर पर ऐसी अफवाहों से सावधान रहना होगा, जो विभिन्न समुदायों में वैमनस्य बढ़ाने के लिए बाधाकारी तत्व फैला सकते हैं.’’
गौरतलब है कि अयोध्या विवाद पर इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच ने सुन्नी वक्फ बोर्ड का दावा 2-1 से खारिज कर दिया. कोर्ट ने फैसला सुनाते हुए कहा कि विवादित स्थान से रामलला की मूर्ति हटाई नहीं जाएगी. मूर्ति पर किसी का अधिकार नहीं रहेगा और वह आमजन की होगी.{mospagebreak}जजों ने माना कि विवादित जगह भगवान राम की जन्मभूमि है और वह जगह हिन्दुओं की दी जाएगी. कोर्ट ने तीनों पक्षों को बराबर-बराबर हिस्सेदारी देने की बात कही है. एक हिस्सा निर्मोही अखाड़े को, दूसरा मुसलमानों को और तीसरा हिस्सा हिंदुओं को देने की बात कही गई है.
इस बीच सुन्नी वक्फ ने इस फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में अपील करने का निर्णय किया है. बोर्ड का कहना है कि वह इस फैसले से पूरी तरह संतुष्ट नहीं है. वकीलों रविशंकर प्रसाद और के. एन. भट्ट ने दावा किया कि अयोध्या में विवादित स्थल पर तीन महीने तक यथास्थिति बहाल रखी जाएगी.