यूपी में ज़मीन के मुआवज़े के मुद्दे से उठा किसानों का आंदोलन दिल्ली पहुंच चुका है. किसानों ने गुरुवार को संसद घेरने की तैयारी कर रखी है.
तय कार्यक्रम के मुताबिक किसानों को राजघाट पर इकठ्ठा होने के बाद रामलीला मैदान पहुंचना था. किसान संघर्ष समिति ने इस आंदोलन में 10 से 12 हज़ार किसानों के आने की बात कही है.
हालांकि अभी उनकी संख्या ज़्यादा नहीं नज़र आ रही है. क़रीब 5-6 सौ किसान रामलीला मैदान से मार्च करते हुए संसद की ओर कूच कर चुके हैं. किसानों के आंदोलन से दिल्ली के ट्रैफ़िक पर असर पड़ना तय है. इसके लिए पुलिस के भारी बंदोबस्त किए गए हैं.
किसान आंदोलने के मुद्दे पर बीजेपी और कांग्रेस दोनों ही किसानों के साथ दिख रहे हैं. बीजेपी ने किसानों के समर्थन का पहले ही ऐलान कर रखा है. बुधवार को राहुल गांधी ने इसी मुद्दे पर प्रधानमंत्री से मुलाकात की थी.
यमुना एक्सप्रेसवे के लिए ली जा रही जमीनों के एवज में किसान और ज्यादा मुआवजे की मांग कर रहे हैं और किसानों के पक्ष में अब कई सियासी पार्टियां भी लामबंद हो रही हैं.
बुधवार को उत्तर प्रदेश में किसानो के प्रदर्शन के दौरान कई जगह बीजेपी के झंडे नजर आए तो कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी ने भी इस मुद्दे को नजरअंदाज नहीं किया. राहुल इस मुद्दे पर प्रधानमंत्री से मिले और भूमि अधिग्रहण कानूनों में बदलाव की मांग की.
कांग्रेस महासचिव, दिग्विजय सिंह के मुताबिक मायावती सरकार किसानों से अधिग्रहण के नाम पर जबरन जमीन ले रही है. इसमें भ्रष्टाचार हो रह है.{mospagebreak}
असल में कांग्रेस और बीजेपी दोनों का निशाना उत्तर प्रदेश की मायावती सरकार पर है जिसने यमुना एक्सप्रेस वे के लिए पूरी ताकत झोंक रखी है. यही वजह है कि जब किसानों ने विरोध का बिगुल फूंका तो कांग्रेस और बीजेपी समेत कई पार्टियों उनके समर्थन के लिए दौड़ पड़ी हैं.
इधर दिल्ली में किसानों के प्रदर्शन को लेकर ट्रैफिक पुलिस की नींद उड़ी है. किसानों के मार्च की वजह से राजघाट, जवाहरलाल नेहरु मार्ग, बारहखम्बा रोड, के.जी. मार्ग, जनपथ, रंजीत सिंह मार्ग और टॉलस्टॉय मार्ग पर ट्रैफिक चरमरा सकता है. इसके अलावा कनॉट प्लेस, दरिया गंज, चांदनी चौक और इसके आस पास के इलाको में भी ट्रैफिक की मुश्किलें बढ़ सकती हैं.
नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर भी जबरदस्त भीड़ होगी. दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने लोगो से ये अपील की है कि लोग आज इन रास्तों से परहेज करें.