अंतरराष्ट्रीय न्यायालय ने कुलभूषण जाधव की फांसी पर रोक लगा दी है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी आईसीजे के इस फैसले का स्वागत किया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट किया है कि आईसीजे के फैसले का हम स्वागत करते हैं. सत्य और न्याय की हमेशा रक्षा होनी चाहिए.
प्रधानमंत्री ने अपने ट्वीट में यह भी लिखा कि आईसीजे को इस निर्णय के लिए बधाई, क्योंकि इस पर फैसला करने के लिए तथ्यों का अध्ययन करना पड़ा होगा. मुझे विश्वास है कि कुलभूषण जाधव को न्याय मिलेगा. हमारी सरकार, भारत के हर नागरिक की सुरक्षा और देखभाल के लिए हमेशा काम करेगी. हर भारतीय को बचाया जाएगा.
आईसीजे के इस निर्णय का पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वाराज ने भी स्वागत किया है. उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा कि यह भारत के लिए बड़ी जीत है. उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय न्यायालय के इस फैसले का सम्मान करती हैं.
We welcome today’s verdict in the @CIJ_ICJ. Truth and justice have prevailed. Congratulations to the ICJ for a verdict based on extensive study of facts. I am sure Kulbhushan Jadhav will get justice.
Our Government will always work for the safety and welfare of every Indian.
— Narendra Modi (@narendramodi) July 17, 2019
साथ ही सुषमा स्वराज ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी शुक्रिया कहा है. उन्होंने कहा है कि मैं पीएम नरेंद्र मोदी को भी शुक्रिया कहती हूं. उन्हीं के नेतृत्व में कुलभूषण जाधव के मुद्दे को अंतरराष्ट्रीय न्यायलय के सामने उठाया गया.
ICJ delivers ‘justice’ in the true sense of that word, upholding human rights, due procedure and the rule of law
— P. Chidambaram (@PChidambaram_IN) July 17, 2019
पूर्व वित्त मंत्री और कांग्रेस के दिग्गज नेता पी चिंदबरम ने कहा है कि आईसीजे का निर्णय सही अर्थों में 'न्याय को दर्शाने वाला है. इस निर्णय ने मानवाधिकारों की रक्षा है, और विधि की प्रक्रिया का पूर्णत: पालन किया गया है.
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने आईसीजे के निर्णय पर कहा, 'भारत के लिए यह बड़ी कूटनीतिक जीत है. मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और हरीश साल्वे को बधाई देता हूं. इन्होंने ही आईसीजे के सामने इस मुद्दे को ठीक ढंग से रखा, और साबित किया कि कुलभूषण निर्दोष हैं. हम चाहते हैं कि मां भारती का बेटा अपने देश वापस आए.'I wholeheartedly welcome the verdict of International Court of Justice in the case of Kulbhushan Jadhav. It is a great victory for India. /1
— Sushma Swaraj (@SushmaSwaraj) July 17, 2019
It's a big diplomatic win for India. I Congratulate our Prime Minister Shri @narendramodi ji, Former EAM @SushmaSwaraj ji, and Senior Advocate Harish Salve for their tireless efforts in the matter of Mr. Kulbhudhan Jadhav. @harishsalvee #KulbhushanJadhav
— Nitin Gadkari (@nitin_gadkari) July 17, 2019
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी आईसीजे के इस फैसले का स्वागत किया है. अरविंद केजरीवाल ने कहा, 'मैं आईसीजे के इस फैसले का स्वागत करता हूं.
अरविंद केजीवाल ने कहा कि आईसीजे का कुलभूषण जाधव को काउंसलर एक्सेस देने का फैसला स्वागत योग्य है. सत्य और न्याय की रक्षा हुई है. भारत का यह बेटा अपने देश वापस जरूर आना चाहिए.'I warmly welcome the ICJ judgment staying the execution of Kulbhushan Jadhav & granting consular access to India. Truth and justice prevails. This son of our soil must be back soon with his family.
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) July 17, 2019
दिग्गज क्रिकेटर वीरेंद्र सहवाग ने कहा कि न्याय की हर हाल में रक्षा होनी चाहिए. सत्य मेव जयते.
Justice prevails. Satyamev Jayate#KulbhushanVerdict
— Virender Sehwag (@virendersehwag) July 17, 2019
वहीं आईसीजे के फैसले पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राजीव शुक्ला ने आजतक से हुई खास बातचीत में कहा कि पाकिस्तान लगातार मनमानी कर रहा था. खुशी है कि कुलभूषण जाधव पर अंतरराष्ट्रीय न्यायालय ने इस तरह का फैसला किया है. कुलभूषण को न काउंसलर एक्सेस दिया गया था न फेयर ट्रायल हुआ था. अब हमें उम्मीद है कि कुलभूषण जाधव हिंदुस्तान जिंदा सही सलामत लौटेंगे. पाकिस्तान शुरू से ही हड़बड़ी में कुलभूषण को फांसी पर लटकाना चाहता था. मुझे उम्मीद है कि पाकिस्तान की नई सरकार सकारात्मक कदम उठाएगी और फैसले को रिव्यू करेगी.
अंतरराष्ट्रीय न्यायालय ने अपने फैसले में कहा कि कुलभूषण जाधव की फांसी पर रोक लगेगी और कुलभूषण जाधव के केस पर फिर से नए सिरे से विचार किया जाएगा. इस मामले में फैसले की बेंच में एडहॉक न्यायाधीश तस्सदुक हुसैन गिलानी समेत 16 न्यायाधीश शामिल रहे. यह फैसला 15-1 से भारत के पक्ष में सुनाया गया है. फिलहाल कुलभूषण की फांसी पर रोक लगाई गई है.