केरल के पलक्कड़ में आदिवासी युवक मधु की हत्या के खिलाफ बीजेपी के विरोध प्रदर्शन की आलोचना शुरू हो गई है. बीजेपी के स्टेट प्रेसिडेंट कुम्मान राजशेखरन ने विरोध स्वरूप अपने हाथों को रस्सियों से बंधवाकर फोटो खिंचवाया है, जो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है. राजशेखरन की कोशिश मधु की नृशंस हत्या के खिलाफ अपना विरोध जताना था, लेकिन उनका ये प्रयास बैकफायर करता दिख रहा है. लोगों ने राजशेखरन पर मधु का मजाक उड़ाने का आरोप लगाया है.
En route Attappady Tribal Village.Please join and pledge your support for #ISupportKeralaAdivasis pic.twitter.com/G6gsSlh36K
— KummanamRajasekharan (@Kummanam) February 24, 2018
इससे पहले शनिवार को त्रिवेंद्रम में बीजेपी कार्यकर्ताओं ने मधु के प्रतीकात्मक शरीर के साथ प्रदर्शन किया. बता दें कि कथित तौर पर चावल चुराने के आरोप में भीड़ ने पलक्कड़ के अट्टापदी में मधु की पीट-पीट कर हत्या कर दी. पोस्टमार्टम रिपोर्ट में ये पुष्टि हुई है कि मधु की मौत भीड़ द्वारा पीटे जाने की वजह से ही हुई.
BJP workers stage protest in Trivandrum with a symbolic body, over death of a tribal youth, who died after being beaten up in Palakkad's Attappadi. #Kerala pic.twitter.com/ABNB1ITozu
— ANI (@ANI) February 24, 2018
केरल की सरकार ने मधु के परिजनों के लिए 10 लाख रुपये के मुआवजे की घोषणा की है. मुख्यमंत्री पिनरायी विजयन ने मुख्य सचिव को मुआवजे के भुगतान को लेकर निर्देश दिए हैं.
'1 किलो चावल चुराने का आरोप, पीट-पीटकर ले ली जान'
मधु की पोस्टमार्टम रिपोर्ट के मुताबिक आदिवासी युवक मधु कडुकुमन्ना को बेहद पीटा गया था. उसके सिर और पीठ पर आंतरिक चोटें थीं. पुलिस ने इस संबंध में 2 लोगों को गिरफ्तार किया है. मालूम हो कि केरल के पलक्कड़ जिले में एक आदिवासी व्यक्ति को भीड़ ने केवल इसलिए पीट-पीटकर मार डाला था, क्योंकि उस पर एक किलो चावल चुराने का आरोप लगा था.
हैरान करने वाली बात तो यह कि वहां मौजूद लोगों ने पीड़ित से साथ सेल्फी ली और वीडियो भी बनाया, जो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया. पुलिस ने इस मामले में तीन लोगों को हिरासत में लिया था. अन्य लोगों की तलाश की जा रही है. पुलिस के मुताबिक 27 वर्षीय मधु कडुकुमन्ना आदिवासी क्षेत्र का रहने वाला था.
वहीं, केरल के मुख्यमंत्री पिनरायी विजयन ने फेसबुक पोस्ट लिखकर इस घटना की निंदा की है. उन्होंने लिखा, यह घटना बेहद निंदनीय है. मैंने राज्य पुलिस प्रमुख से इस मामले में सख्त कार्रवाई करने को कहा है. इस घटना को लेकर आदिवासी समुदाय में खासा रोष है.