बीजेपी के निलंबित सांसद राम जेठमलानी ने राजनीति में अपने आने पर पछतावा जाहिर किया और यह कहते हुए नेताओं पर निशाना साधा कि जब उनमें से कोई एक नदी में डूबता है तो ‘यह प्रदूषण है और जब उनमें से सभी डुबकी लगाते हैं तो यह समाधान होता है.’
जेठमलानी ने कहा, ‘नेता लोग संसार की समस्याएं हल करने नहीं जा रहे. नेता एक ऐसा वर्ग है जिसके सामने मैं हार मानता हूं. मेरी एकमात्र कमी यह है कि मैं वकील ज्यादा हूं और नेता बहुत कम हूं. और इसीलिए मैं एक सफल नेता नहीं हूं.’
बहरहाल, जेठमलानी ने उन सवालों का जवाब देने से इंकार कर दिया जो उनकी ओर से भाजपा अध्यक्ष नितिन गडकरी का इस्तीफा देने और सीबीआई निदेशक के पद पर रंजीत सिन्हा की नियुक्ति संबंधी विवाद से जुड़े थे.