भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) से निलंबित राज्यसभा सांसद रामजेठमलानी ने पार्टी की दशा और दिशा पर सवाल उठाते हुए अध्यक्ष नितिन गडकरी को पत्र लिखा है, हालांकि पार्टी ने कहा कि यह टिप्पणी लायक नहीं है.
बीजेपी अध्यक्ष नितिन गडकरी से इस्तीफा मांगने और सीबीआई के निदेशक के रूप में रंजीत सिन्हा की नियुक्ति पर पार्टी लाइन से हटकर सरकार के पक्ष में बयान देने के बाद अनुशासनहीनता के तहत कदम उठाते हुए जेठमलानी को पार्टी से निलंबित कर दिया गया था और उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है.
जेठमालानी के पत्र के बारे में पूछे जाने पर राज्यसभा में विपक्ष के नेता अरुण जेटली ने कहा, ‘मैं नहीं समझता कि जेठमलानी को और जवाब देने की जरूरत है.’ उन्होंने कहा कि वह उनके बारे में कोई टिप्पणी नहीं करना चाहते हैं.
गौरतलब है कि जेठमलानी ने सोमवार को कहा था कि उन्होंने नितिन गडकरी को पत्र लिखा है लेकिन वह इसके बारे में नहीं बता सकते. जेठमलानी, गडकरी से पहले ही इस्तीफे की मांग कर चुके हैं.
समझा जाता है कि जेठमलानी ने अपने पत्र में पार्टी की दशा और दिशा पर चिंता व्यक्त की है और वर्तमान नेतृत्व के बारे में कुछ सवाल उठाये हैं.