भारत के साथ रक्षा सौदे के संबंध में घूस देने के आरोप में इटली की पुलिस ने डिफेंस कंपनी फिनमेक्कनिका के सीईओ को गिरफ्तार कर लिया है.
इटली की डिफेंस कंपनी फिनमेक्कनिका के सीईओ ग्युसिपे ओरसी के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच कई महीनों से चल रही थी. उन्होंने 2010 में हुए भारत के साथ 12 अगस्ता वेस्टलैंड हेलीकॉप्टर के सौदे में किसी प्रकार की धांधली से इनकार किया था. हालांकि उनकी गिरफ्तारी के बाद एक और रक्षा सौदे पर सवाल उठने लगे हैं.
फिनमेक्कनिका के सीईओ पर 350 करोड़ रुपये घूस देने के आरोप है. वहीं इटली के मजिस्ट्रेट ने अगस्तावेस्टैलंड कंपनी के चीफ ब्रुनो स्पैगनॉलनी को घरबंद करने का आदेश दिया है.
इटली की समाचार एजेंसी अंसा ने अपनी खबर में कहा, ‘इतालवी रक्षा एवं वैमानिकी कंपनी ‘फिनमेक्कानिका’ के प्रमुख जिउसेप्पे ओरसी को अंतरराष्ट्रीय भ्रष्टाचार की जांच के सिलसिले में सोमवार को गिरफ्तार कर लिया गया. उन पर भारत सरकार को ‘फिनमेक्कानिका’ की अनुषंगी इकाई ‘अगस्तावेस्टलैंड’ द्वारा निर्मित 12 हेलीकॉप्टर बेचे जाने के संबंध में रिश्वत देने के मामले में शामिल होने का संदेह है.’
इतालवी मीडिया में सौदा हासिल करने के लिए रिश्वत देने के मामले में यूरोप में दो कथित बिचौलियों की गिरफ्तारी की खबरों के बाद 2010 में हुआ यह सौदा एक साल से अधिक समय से जांच के दायरे में है.
बारह ‘अगस्तावेस्टलैंड’ वीवीआईपी हेलीकॉप्टरों में से तीन पहले ही भारत पहंच चुके हैं, जबकि भारतीय वायु सेना को शेष हेलीकॉप्टर अगले साल के मध्य तक मिल जाने की उम्मीद है.
सूत्रों ने बताया कि रक्षा मंत्रालय रोम से ब्यौरा मिलने की प्रतीक्षा कर रहा है और इसके बाद तदनुसार कार्रवाई की जाएगी. गिरफ्तारी के बाद इतालवी कंपनी ने एक बयान में कहा, ‘फिनमेक्कानिका अपने अध्यक्ष एवं मुख्य कार्यपालक अधिकारी के प्रति समर्थन व्यक्त करती है. इसने न्यायाधीशों में पुन: अपना विश्वास व्यक्त करते हुए उम्मीद व्यक्त की कि सच्चाई जल्द सामने आएगी.’