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3 इंफ्रास्ट्रक्चर कंपनियों पर IT छापों के दौरान 2000 करोड़ की बेहिसाबी रकम का खुलासा

छापेमारी के दौरान पता चला कि इन्फ्रास्ट्रक्चर कंपनियों ने कुछ फर्जी कंपनियों को काम सब-कान्ट्रेक्ट के तौर पर दिया. प्रारंभिक जांच के मुताबिक बोगस लेनदेन से करीब 2000 करोड़ रुपए के वारे न्यारे किए गए.

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छापेमारी में बेहिसाबी 85 लाख रुपए नकद और 71 लाख रुपए के जेवरात हुए जब्त
छापेमारी में बेहिसाबी 85 लाख रुपए नकद और 71 लाख रुपए के जेवरात हुए जब्त

  • सत्तारूढ़ YSR कांग्रेस पार्टी ने घोटाले को तेलुगु देशम पार्टी से जोड़ा
  • आयकर विभाग ने हैदराबाद में एक साथ 40 जगहों पर मारे थे छापे

आयकर विभाग ने 6 फरवरी को हैदराबाद में एक साथ 40 जगहों पर छापे मारने के बाद चौंकाने वाला खुलासा किया है. IT  टीमों ने विजयवाड़ा, कडप्पा, विशाखापट्टनम, दिल्ली और पुणे में तीन अहम इन्फ्रास्ट्रक्चर ग्रुपों के यहां छापे मारे. ये ग्रुप आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में सक्रिय हैं. इसके अलावा आंध्र के पूर्व मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू के पूर्व निजी सचिव पी श्रीनिवास राव के यहां भी छापे मारे गए. IT विभाग का दावा है कि उसने फर्जी सब कान्ट्रैक्ट्स, बोगस बिलों के जरिए नकदी का हेरफेर करने वाले बड़े गिरोह का पता लगाया है.  

आयकर विभाग के मुताबिक उसने छापों के दौरान 'कई आपत्तिजनक दस्तावेज, ई मेल्स, वाट्सएप संदेश जब्त करने के साथ कई बेहिसाबी विदेशी लेनदेन का पता लगाया है.' चंद्रबाबू नायडू के पूर्व निजी सचिव पी श्रीनिवास राव के विजयवाड़ा और हैदराबाद स्थित ठिकानों पर छापे मारे गए. केंद्रीय एजेंसी के मुताबिक जांच के दौरान राव के पास से 'आपत्तिजनक सबूत जब्त' किए गए.   

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2000 करोड़ के वारे न्यारे

छापेमारी के दौरान पता चला कि इन्फ्रास्ट्रक्चर कंपनियों ने कुछ फर्जी कंपनियों को काम सब-कान्ट्रेक्ट के तौर पर दिया. प्रारंभिक जांच के मुताबिक बोगस लेनदेन से करीब 2000 करोड़ रुपए के वारे न्यारे किए गए. छापेमारी में बेहिसाबी 85 लाख रुपए नकद और 71 लाख रुपए के जेवरात ज़ब्त किए गए. साथ ही 25 से अधिक बैंक लॉकर्स को भी अपने कब्ज़े में लिया.आयकर विभाग ने 6 फरवरी को कडप्पा के टीडीपी जिला प्रमुख श्रीनिवास रेड्डी उर्फ वासु और नायडू के पूर्व सचिव पी श्रीनिवास राव के विजयवाड़ा और हैदराबाद स्थित ठिकानों पर छापे मारे.

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बैकफुट पर चंद्रबाबू नायडू की पार्टी

2000 रुपए करोड़ के घोटाले के इस खुलासे ने नायडू की पार्टी टीडीपी को बैकफुट पर ला दिया है. बता दें कि आंध्र प्रदेश में सत्तारूढ़ पार्टी वाईएसआर कांग्रेस की ओर से टीडीपी पर आरोप लगाए जाते रहे हैं कि जब इस पार्टी की सरकार थी तो बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार हुआ था. वहीं टीडीपी ने सत्तारूढ़ पार्टी के आरोपों को खारिज करते हुए इन्हें राजनीति से प्रेरित बताया है. टीडीपी की ओर से कहा गया है कि इन्फ्रास्ट्रक्चर कंपनियां पार्टी से नहीं जुड़ी हैं और नायडू के पूर्व सचिव से 85 लाख रुपए मिले हैं जिसका वो आयकर विभाग को हिसाब दे देंगे.

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