डॉलर के मुकाबले रुपये में गिरावट एवं शेयर बाजार में बिकवाली दबाव को लेकर चिंतित निवेशकों को भरोसा दिलाते हुए वित्त मंत्रालय ने सोमवार को कहा कि अर्थव्यवस्था की बुनियाद बहुत मजबूत है और चिंता की कोई वजह नहीं है.
आर्थिक मामलों के सचिव अरविंद मायाराम ने यहां संवाददाताओं से कहा कि चालू खाते का घाटा 50 अरब डॉलर से नीचे है. विदेशी मुद्रा भंडार सार्वकालिक उच्च स्तर पर है. हमारी आर्थिक बुनियाद बहुत मजबूत है. मुझे नहीं लगता कि चिंता का कोई कारण है. मायाराम रुपये में गिरावट के संबंध में पूछे गए एक सवाल का जवाब दे रहे थे.
डॉलर के मुकाबले रुपया शुरुआती कारोबार में 62.75 प्रति डॉलर पर आ गया. वहीं बीएसई सेंसेक्स भी 300 अंक से अधिक टूट गया. मायाराम ने कहा कि यदि अर्जेंटीना में कुछ होता है तो इससे भारतीय मुद्रा प्रभावित होने की कोई वजह नहीं है. मुझे इसमें कोई पारस्परिक संबंध नहीं दिखता.
यह पूछे जाने पर कि 2005 से पहले के करंसी नोटों को वापस लेने का हाल में रिजर्व बैंक द्वारा किया गया निर्णय क्या कालेधन पर अंकुश लगाने के उद्देश्य से किया गया है, पर मायाराम ने कहा कि यह कालेधन की समस्या से निपटने का प्रयास नहीं है. उन्होंने यह भी कहा कि कम सुरक्षा विशेषताओं वाले नोटों को वापस लेने के निर्णय को करंसी नोट खत्म करने के तौर पर नहीं देखा जा सकता.