इंडिया टुडे ग्रुप वुमन समिट एंड अवॉर्ड्स 2017 का समापन हो गया है. समिट में ट्विंकल खन्ना, स्वरा भास्कर और हेमा मालिनी ने खुलकर अपनी बातें रखीं. इस कार्यक्रम में बॉलीवुड के साथ अलग-अलग फील्ड्स कई बड़ी हस्तियां भी शामिल हुईं.
शाहिद कपूर भी एक खास सेशन के लिए समिट में शामिल हुए और उनको मैन ऑफ द ईयर का अवॉर्ड दिया गया.
इस समिट की थीम थी 'अब समझौता नहीं'. इसी थीम पर तापसी पन्नू, पैरालंपिक दीपा मलिक, जिमनास्ट दीपा कर्माकर, एसिड अटैक विक्टिम लक्ष्मी सा, बिस बॉस कंटेस्टेंट बानी जे, 'दंगल गर्ल' सान्या मल्होत्रा जैसे नामों ने अपने विचार रखे.
13वां सेशन: INDIA TODAY WOMAN AWARDS BY GUEST OF HONOUR हेमा मालिनी के साथ
- हेमा बोलीं, मेरी मां हमेशा कहती थीं कि जहां भी जाओ अपने कदमों के निशान छोड़ते जाओ.
- हेमा मालिनी बोलीं, मेरी मां ने मेरे लिए बहुत कुछ किया. उन्होंने मेरे सपने पूरे करने में मेरा साथ दिया.
12वां सेशन: FEMINISM FOR DUMMIES | AN OPEN LETTER TO SEXISM स्वरा भास्कर की ओर से
- अपनी मम्मी की सहेली सरला आंटी के बारे में स्वरा ने कहा कि वो होम मेकर थी लेकिन सिर्फ अपने लिए स्प्राउंट्स नहीं बना सकती थीं, वो कुछ भी सिर्फ अपने लिए नहीं बना सकती थीं.
-अपनी पहली किस के बारे में बात करते हुए स्वरा ने बताया कि अपनी पहली किस के बाद वो सीधा घर भाग गईं और उन्होंने अपना मैथ्स होमवर्क पूरा किया. यह उस किस का पश्चाताप था.
-स्वरा ने कहा कि लड़कियों को हमेशा अपनी इच्छाओं पर रोक लगाने के लिए कहा जाता है लेकिन लड़कों के साथ ऐसा नहीं होता.
-एक स्ट्रगलिंग डायरेक्टर ने मुझे यह कहकर लीड रोल देने से इंकार कर दिया कि तुम लीड रोल के लिए ज्यादा इंटेलिजेंट दिखती हो, मैंने कहा- मैं डंब दिख सकती हूं.
-सवरा भास्कर ने बताया कि उनके पैदा होने पर उनकी दादी ने सबसे पहला सवाल पूछा था कि वो गोरी है या काली?
11वां सेशन: FROM HEAD TO TOE | THAT HEALING FEELING इमोशनल फ्रीडम टेक्नीक की प्रैक्टीशनर रोहिनी चोपड़ा, थेरेपिस्ट तृप्ति जयिन, टैरो कार्ड रीडर बींदू मायरा, थेरेपिस्ट एंटोनेला सिमोनेली माथुर, पॉजिटिव एक्शन कोच चेतना चक्रवर्ती
-थेरेपिस्ट तृप्ति जयिन
ने मेहमानों में से एक वॉलनटियर को स्टेज पर बुलाकर थेरेपी दी. थेरेपी के बाद वॉलनटियर ने अनुभव बताते हुए
कहा कि उन्हें महसूस हुआ कि वो बादलों में हैं.
10वां सेशन : ARMED AND HILARIOUS | THE LEGEND OF MRS FUNNYBONES ट्विंकल खन्ना
- चीटिंग पर क्या - बुरी नहीं है लेकिन डिपेंड करता है कि आपकी शादी की इक्वेशन क्या है
- पति होना अच्छा है, वैसे ही जैसे हैंडबैग. दोनों के बिना रह सकते हैं लेकिन ये आपकी जिंदगी आसान बनाते हैं.
- मम्मी ने कहा था कि फिल्में कर रही हो मगर झाड़ पर मत चढ़ना.
- आंटी शब्द में कोई दिक्कत नहीं है. मैं भी किसी की आंटी हूं.
- मोदी पर बोलीं ट्विंकल कि उन्होंने पूरे देश में अपनी छाप छोड़ी है और अब तो स्क्रैबल में उनका नाम लिखने पर कोई ऑब्जेक्ट नहीं करता.
- फियरलेस होकर लिखने पर ट्विंकल ने कहा कि मुझे ट्रोल भी किया जाता है. इसलिए मैं इस पर ज्यादा ध्यान नहीं देती.
- राइटिंग को लेकर ट्विंकल कहती हैं - ये मेरे लिए मिड-लाइफ क्राइसिस को दूर करने की तरह है. हाथ में पेन लेकर बेहतर सोच सकती हूं.
- अगर मैं आपको हंसा सकती हूं तो यह अच्छा है.
Exclusive ट्विंकल खन्ना ने खोला अक्षय कुमार के साथ सफल शादी का राज
- सेक्सुअल हरासमेंट पर ट्विंकल ने कहा कि मैंने लड़कियों को इसके बारे में पढ़ते देखा है. अगर हंसी के साथ अवेयरनेस भी आए तो इससे बेहतर कुछ नहीं.
- ट्विंकल ने माना किताब लिखने के लिए खूब रिसर्च करती हूं.
- बच्चों के बारे में किताब लिख सकती हैं ट्विंकल खन्ना.
- अपने बच्चों के बारे में बात करते हुए ट्विंकल ने बताया कि उनके बेटे आरव बहुत वेल मैनर्ड हैं जबकि उनकी बेटी शैतान है.
- ट्विंकल ने बताया अक्षय के पास हैं उनसे ज्यादा जूते हैं.
- शादी के बारे में पूछने पर ट्विंकल ने कहा कि यह बहुत अच्छी टीम की तरह है. ये एक टेनिस डबल्स की तरह है.
- ट्विंटल से पूछा गया कि क्या उन्होंने फिल्म इंडस्ट्री से अलग होने पर लाइम लाइट को मिस किया? ट्विंकल का कहना था कि उन्होंने लाइम लाइट को मिस नहीं किया. उन्हें लाइम लाइट से दूर रहना पसंद है.
- फिल्म पैड मैन के बारे में बात करने पर टविंकल ने बताया कि पीरियड्स के बारे में पढ़ते हुए मुझे मुरुगनांथम अरुणाचलम के बारे में पता चला और मैंने उनसे बात की. वो बहुत फनी हैं, उन्होंने मुझे कहा कि मैं रवीना टंडन की तरह लगती हूं.
- कॉलम के बारे में ट्विंकल ने बताया कि अक्षय आइडिया देते हैं और रेट करते हैं. उनका फीडबैक हमेशा सही होता है और लोग वैसे ही रिस्पॉन्ड करते हैं.
- कॉलम की तारीफ करने पर मम्मी डिंपल से कहा था, हेमा मालिनी होतीं मेरी मम्मी तो बेहतर होता.
- अपने मजाकिया अंदाज में ट्विंकल खन्ना ने कोयल पुरी से शुरू की बातचीत.
हेमा को बनाना चाहती थीं मम्मी, ट्विंकल को उन्हीं के हाथों मिला अवॉर्ड
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9वां सेशन : BOSS WOMEN | SHATTERING STEREOTYPES नायका की फाउंडर फाल्गुनी नायर, लिटल ब्लैक बुक की फाउंडर सुचिता सालवान, वाटरफील्ड एडवाइजर्स सौम्या रंजन और सत्यभामा यूनिवर्सिटी की डायरेक्टर मरियाजीना जॉनसन के साथ
सुचिता : महिलाओं के लिए हर कंपनी में कुछ खास रोल ही निर्धारित होते हैं. लोग नहीं सोच पाते कि उससे हटकर भी उनकी स्किल्स हैं.
फाल्गुनी : मैं अपना काम करना चाहती थी और सही समय के लिए मैंने बच्चों के कॉलेज जाने का इंतजार किया था. महिलाओं से कहूंगी कि अपने लिए सपने देखो और इसमें कोई बुराई नहीं है.
मरिया : महिलाओं से ये सवाल क्यों पूछा जाता है कि आप जिंदगी में परिवार और सफलता को कैसे बैलेंस करती हैं. जो भी सफल होना चाहे, वह दोनों को मिक्स न करे. बच्चे आपसे टाइम मांगते हैं, उन्हें ये देना चाहिए. लेकिन यह रूल पुरुषों और महिलाओं पर समान रूप से लागू होता है.
सौम्या रंजन : जो महिलाएं मैटरनिटी लीव के बाद जॉब छोड़ चुकी हैं, उनको वापस लाने के प्रयास करने चाहिए.
8वां सेशन: भरतनाट्यम प्रतिपादक रमा वैद्यनाथन, एक्टर नवजोत रंधावा और राइटर सम्हिता अर्णी के साथ
- एक्टर नवजोत रंधावा ने स्टेज पर दी परफॉर्मेंस. कहा अमृता प्रीतम नहीं देतीं डोनाल्ड ट्रंप को कोई भाव.
- रमा वैद्यनाथन ने सुनाई दुर्गा की महिमा. साथ ही स्टेज पर किया नृत्य.
सातवां सेशन: दीपा मलिक, नीलम कटारा, लक्ष्मी सा, मुमताज शेख, दीपा कर्माकर और पूनम मुटरेजा
- लक्ष्मी ने कहा कि लाइफ को जीना सबसे बड़ा चैलेंज है इसलिए रात को सोने से पहले अगले दिन आने वाले चैलेंज के लिए खुद को तैयार कर लें.
- पहचान के तौर पर ड्राइविंग लाइसेंस दिखाती हैं पैरालंपिक दीपा मलिक.
- दीपा मलिक ने बताया कि बेटियों की परवरिश को लेकर सब सवालिया नजरों से देखते थे. अब मैं अपनी हालत से संतुष्ट हूं क्योंकि इसने मुझे एक नई दिशा दिखाई.
- एसिड अटैक विक्टिम लक्ष्मी ने कहा- डिलीवरी से दो दिन पहले लगा था कि बेटी होगी और तभी नाम तय किया- पीहू.
- दीपा ने बताया कि सर के कहने पर चुना प्रोडोनोवा.
- लक्ष्मी ने कहा कि एसिड अटैक के बाद अपना चेहरा बिना ढके बाहर जाना मेरे लिए सबसे बड़ा चैलेंज था जिसे मैंने एक्सेप्ट किया.
- एसिड अटैक सर्वाइवर लक्ष्मी सा ने बताया कि उन्होंने अपना सरनेम बदलकर सा इसलिए किया क्योंकि सा (SAA) का मतलब है स्टॉप एसिड अटैक.
- पैरालंपिक गेम्स चैंपियन दीपा मलिक ने कहा
कि व्हीलचेयर पर आने के बाद मैं अपने लिए लोगों की सोच बदलना चाहती थी.
-नीतिश कटारा की मां नीलम कटारा ने कहा कि बचपन में हमेशा कहा गया था कि अच्छे बच्चे नहीं रोते इसलिए मैं अपने बेटे के लिए लड़ते हुए कभी पब्लिकली नहीं रोई.
छठा सेशन: 'वाय आई एम अ फेमिनिस्ट' पर बात करेंगे अभिनेत्री ऋचा चड्ढा, दंगल अभिनेत्री सान्या मल्होत्रा और बानी जे के साथ
- सान्या मल्होत्रा ने कहा कि गीता फोगाट और बबीता फोगाट के गांव में जाने के बाद हमारे पीछे ऑटोग्राफ मांगने के लिए आने वाले लोगों से गीता, बबीता और विनेश ने हमें प्रोटेक्ट किया. ये फीलिंग बहुत अलग थी.
- बानी जे ने कहा कि उनके लिए फीमेल फ्रेंड्स बहुत जरूरी हैं और उनके लिए मायने रखते हैं.
- बानी जे से पूछा गया कि अगर आपके परिवार में कोई आपसे कहे कि बेटा आपकी शादी नहं होगी आपके टैटू की वजह से तो? बानी ने कहा कि मेरी मम्मी के भी टैटू हैं, तो मुझसे ऐसा कोई नहीं कहता.
- लड़कियों की बॉडी पर कमेंट करने वालों पर 'दंगल गर्ल' सान्या मल्होत्रा ने कहा कि मसल्स क्या सिर्फ लड़कों के ही होते हैं? मसल्स का कोई जेंडर नहीं होता.
- ऋचा चड्ढा ने कहा कि मेरे लिए फेमिनिज्म कॉमनसेंस है. फेमिनिज्म है कि आप किसी से इसलिए नफरत नहीं करते क्योंकि वो आपसे अलग हैं.
पांचवा सेशन: 'द म्यूजिक ऑफ जॉय' पर बात करेंगी म्यूजिशियन जसलीन रॉयल
- जसलीन ने बताया कि एक उन्हें वीआईपी कल्चर पसंद नहीं. वो नहीं चाहती कि किसी को वीआईपी और नॉमिनीज को अलग- अलग तरह ट्रीट किया जाए.
- जसलीन ने स्टेज पर फिल्म 'खूबसूरत' में गाया अपना गाना 'जो मैं जानती' गाया.
- जसलीन ने बताया कि यहां तक पहुंचने के लिए उन्होंने बहुत मेहनत की है, उन्होंने बताया कि धर्मा ऑफिस तक पहुंचने और करण जौहर तक पहुंचने के लिए मैंने बहुत मेहनत की है.
-जसलीन ने फिल्म 'फिल्लौरी' में गाया हुआ अपना गाना 'बजाके तुम्बा' स्टेज पर गाया. साथ ही जसलीन ने अपना गिटार भी बजाया.
- जसलीन ने बताया कि वो लुधियाना में पली पढ़ी हैं और वो हमेशा से गाना गाना चाहती थीं, लेकिन पहले वो अक्सर सोचती थीं कि मैं पागल हूं जो ऐसा सोचती हूं?
चौथा सेशन: FIGHT LIKE A GIRL PUNCH LIKE A WOMAN बॉलीवुड एक्ट्रेस तापसी पन्नू के साथ
- तापसी से पूछा गया कि क्या उन्होंने असल जिंदगी में किसी पुरुष को मारा है? इस पर तापसी ने कहा अभी तक तो नहीं और आगे भी मैं नहीं चाहती कि ऐसा हो.
- तापसी ने कहा कि बेबी के बाद वो फिल्म जुड़वा में एक टिपिकल खूबसूरत हिरोइन के रोल में नजर आएंगी.
- एक गेस्ट ने तापसी से पूछा कि बेबी में आप पंच मार रहीं हैं तो फिल्म में अक्षय क्या कर रहे हैं? वो मेरे लिए रास्ता बना रहा हैं.
- बेबी जैसे रोल निभाकर क्या आपने आपको लिमिटेड रोल के लिए नहीं बांध रहीं? क्योंकि पेड़ के आगे पीछे डांस करने जैसे रोल आपको ज्यादा मिलेंगे? तापसी ने कहा कि मैं अपनी पहचान बनाना चाहती हूं, तो मैंने यह चुना है.
- तापसी ने कहा कि भगवान बहुत स्मार्ट हैं, उन्होंने महिलाओं को सिक्सथ सैंस दिया है. आपके साथ कुछ भी गलत होने के समय जरूरी नहीं कि आप ताकतवर हो, दिमाग का इस्तेमाल करना भी बहुत जरूरी है.
- तापसी ने बताया कि 'नाम शबाना' में सब कुछ बिल्कुल वैसा ही है जैसा कि इस रोल के लिए किसी लड़के का होना होता. हमने यहां कोई भी फर्क नहीं रखा है.
-तापसी ने बताया कि वो बचपन की तरह अब भी वो शूट पर कई बार लंच बॉक्स लेकर जाती हैं.
- तापसी ने बताया क्या है सेल्फ डिफेंस ट्रिक 'कोहनी मार'.
- तापसी ने कहा कि मुझे लोग कहते थे कि तुम बेबी जैसी फिल्मों कर के एक टिपिकल हिरोईन नहीं बन पाओगी, मैं ऐसी बनना भी नहीं चाहती थी.
- 'नाम शबाना' को हॉलीवुड की बॉन्ड सीरीज का फीमेल भारतीय वर्जन बताया
तीसरा सेशन : ARE WOMEN CHILDREN OF A LESSER GOD? शरीफा खानुम और तृप्ति देसाई के साथ
- शरीफा खानुम ने यूनिफॉर्म सिविल कोड पर कहा कि इससे कोई खास फर्क नहीं पड़ेगा. ज्यादातर महिलाएं कोर्ट नहीं जातीं. लेकिन सरकार से रिक्वेस्ट है कि स्पेशल मुस्लिम महिला बोर्ड बनाया जाए
- तृप्ति से पूछा गया कि आपके लाइम लाइट में आने के बाद आप पर बहुत से आरोप लगे? इसपर तृप्ति ने कहा कि हां लोगों का कहना था कि हम लाइम लाइट में आने के लिए यह सब कर रहे है. हम अपनी जान पर खेल कर यह सब कर रहे थे लेकिन हम पर गलत आरोप लगाए जा रहे थे.
- क्या महिलाओं को मंदिर से इसलिए बाहर रखा जाता है कि कहीं वो पुरुषों के बराबर ना आ जाएं? इसपर तृप्ति देसाई ना कहा कि हां यही बात है.
-यह पूछने पर कि कहा जाता है कि शनि शिंगणापुर में जाने पर महिलाओं को बहुत सी परेशानियां होती हैं तो आपको क्या परेशानी हुई वहां जाने के बाद? तृप्ति देसाई ने कहा कि कोई परेशानी नहीं हुई, बल्कि शनि शिंगणापुर की कृपा हम पर हुई. यह सब झूठी बातें हैं जो सालों से चली आ रही थीं.
दूसरा सेशन - शाहिद कपूर : इन रील एंड रियल लाइफ
- शाहिद को मिला मैन ऑफ द ईयर का अवॉर्ड
- जिस महिला ने शाहिद कपूर से करीना कपूर के बारे में पूछा, शाहिद ने उन्हें स्टेज पर बुलाकर उन्हें डांस सिखाया और उनके साथ डांस किया.
- बातचीत के दैरान शाहिद ने अपनी पत्नी मीरा के लिए गाया ट्विंकल ट्विंकल लिटिल स्टार, आई लव यू मीरा.
- दिल टूटने पर आपने क्या सीखा? शाहिद ने कहा कि जितनी जल्दी हो सके मूव ऑन करें. सभी सोचते हैं कि यह मेरे साथ ही क्यों हुआ? इन सबमें सालों निकल जाते हैं तो इसकी जरूरत नहीं है.
- आपने मीरा से शादी करने से पहले 4 साल अकेले बिताए तो अपने बारे में क्या जाना? जिसपर शाहिद ने कहा कि उन्हें बहुत अच्छा लगा. आपको किसी से परमिशन लेने की जरूरत नहीं थी और मैंने उसे एन्जॉय किया और फिर मुझे अकेला महसूस होने लगा था. मेरे पेरेंट्स मेरे साथ थे लेकिन एक पार्टनर की जरूरत होती है तो मुझे लगा कि मुझे पार्टनर की जरूरत है.
-शाहिद ने बताया अपनी बेटी मीशा के नाम का मतलब, कहा- यह नाम क्यूट भी है और इसका मतलब है मुस्कान
-शाहिद कपूर से जब मीरा की प्रेग्नेंसी के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि मीरा नहीं, हम प्रेग्नेंट हुए थे, मैंने प्रेग्नेंसी को महसूस किया है. शाहिद ने कहा कि लेबर रूम में मैं भी अपनी सांसे थामे खड़ा था तब मीरा ने मुझे मारा कि तुम क्यों ऐसे बिहेव कर रहे हो?
- शाहिद से उनके सीक्रेट पास्ट के बारे में पूछा तो उन्होंने कहा कि आप उसके बारे में कुछ जानना चाहती हैं या सिर्फ उसका नाम जानना चाहती हैं?
- फिल्म पद्मावती के सेट पर हुई मारपीट के बारे में शाहिद ने कहा कि यह दुखद है और फिल्में अब सॉफ्ट टारगेट बनती जा रही हैं.
- शाहिद ने कहा कि जब मैं छोटा था मुझे तभी से पता था कि मैं एक्टिंग कर सकता हूं. मैं कई बार हंस रहा होता था बात कर रहा होता था तभी शॉट शूट करने के लिए मैं एकदम से रोने लग जाता था तो मेरी मां भी बोलती थी और मुझे भी पता था कि मैं ये कर सकता हूं.
कोयल पुरी के साथ अभिनेता शाहिद कपूर की बातचीत. महिलाओं में ऐसा क्या है जो उन्हें पुरुषों से अलग करती है? शाहिद ने बताया - दोनों आपस में एक-दूसरे से अलग है. मुझे लगता है कि दोनों कभी एक- दूसरे को नहीं समझ सकते. उनकी पत्नी के बारे में पूछने पर उन्होंने कहा कि मीरा बहुत अच्छी है. उन्होंने बताया कि वो बहुत छोटे थे जब उनके पेरेंट्स अलग हुए और उनकी मां ने ही उन्हें पाला है. उन्होंने बताया कि मेरी मां मेरे लिए माता और पिता दोनों थी. वो मेरे लिए कमाती थी, मुझे बड़ा कर रही थी मुझे पढ़ाती थी.
पहला सेशन - WHY WOMEN WON'T SHUT DOWN, SHUT UP मीनाक्षी लेखी, सुप्रिया सुले,के कविता, सुष्मिता देव और प्रनिति शिंदे के साथ
-राजदीप सरदेसाई ने पूछा कि पॉलिटिक्स में महिलाओं को ममता बनर्जी की तरह होना चाहिए? जिसपर उनका कहना है कि ऐसा नहीं है.सबका अपना तरीका होता है पॉलिटिक्स का. राजदीप- अमेरिका में अब तक कोई महिला ऱाष्ट्रपति नहीं हुईं, हिलेरी क्लिंटन जैसी महिला आखिरी दिन हार गईं? जिसपर उनका कहना है कि हमारा देश इस बात में अलग है, बहुत सालों पहले वो हमारे देश की पीएम बनीं थीं.
-मीनाक्षी लेखी सांसद का कहना है कि महिलाएं आजकल कपड़े पहनने के लिए बहुत ज्यादा नहीं सोचतीं. वो अपने हिसाब से कपड़े पहनती हैं. उनका जो मूड करता है यै उनका परपस क्या है उसके हिसाब से लड़कियां कपड़े पहनती हैं.
प्रनीति शिंदे ने कहा कि पार्ची में 33% महिलाओं को लाना जरूरी नहीं है, जरूरी यह है कि पार्टी में बाकी के 70% लोगों का नजरिया उन 33% महिलाओं की तरफ बदले.
-सुप्रिया सुले एनसीपी- क्या आपको महिला एमपी होने के नात खुद को मेल एमपी के मुकाबले ज्यादा प्रूव करना पड़ता है? जिसपर उनका कहना था कि ऐसा नहीं है. अब ऐसा ज्यादा फर्क नहीं है. लोगों ने इस तरह सोचना छोड़ दिया है. हर तरफ एक्वालिटी है इसलिए पॉलिटिक्स को इससे अलग नहीं करना चाहिए.
कली पुरी ने मेहमानों का स्वागत किया और इंडिया टुडे
वुमेन समिट एंड अवॉर्ड्स प्रोग्राम की शुरुआत
की. उन्होंने इस टॉपिक पर अपने विचार रखे - पुरुष कभी भी महिलाओं की तरह नहीं हो सकते. इसके बाद राजदीप सरदेसाई ने प्रोग्राम
को आगे बढ़ाते हुए बाकी मेहमानों को स्टेज पर बुलाया. इन मेहमानों में मीनाक्षी लेखी
और सुप्रिया सुले भी शामिल हैं.