इंडिया टुडे कॉन्क्लेव के मंच पर लोकसभा चुनाव 2019 से पहले राजनीति के दिग्गज अपने विचार रख रहे हैं. इस कार्यक्रम में भारत के पूर्व गृह और वित्त मंत्री पी. चिदंबरम पहुंचे. India Today Conclave 2019 के सत्र 'Split Wide Open: What’s ailing the Indian economy?' को संबोधित करते हुए पी. चिदंबरम ने मोदी सरकार पर जमकर हमला बोला.
पूर्व वित्त और गृह मंत्री पी चिदंबरम ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर आरोप लगाते हुए जवाब दिया कि बीजेपी ने पुलवामा आतंकी हमले का राजनीतिकरण किया है. कांग्रेस ने वर्किंग कमेटी की बैठक समेत सभी कार्यक्रम रद्द कर दिए. लेकिन बीजेपी अध्यक्ष समेत तमाम राजनेता लगातार राजनीतिक सभाएं करने में लगे हैं. खुद प्रधानमंत्री मोदी टीवी पर लाइव हो रहे हैं. इसे राजनीति करना नहीं कहेंगे तो क्या कहें. आर्थिक गति की रफ्तार पर ब्रेक लग गया है कि लेकिन प्रधानमंत्री एक करोड़ बूथ वर्कर्स को संबोधित में करने लगे रहे. इसकी जगह वह संसद का सत्र बुलाते और पूरे सदन को इसकी जानकारी देते.
पुलवामा आतंकी हमले के बाद एयर स्ट्राइक में मारे गए आतंकियों की संख्या पर विवाद हो रहा है. टीएमसी नेता ममता बनर्जी और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरवाल, पीएम मोदी से एयर स्ट्राइक में मारे गए आतंकियों के सबूत मांग रहे हैं. इस पर चिदंबरम ने कहा कि भारतीय वायुसेना ने कभी नहीं कहा कि बालाकोट में कितने आतंकी मारे गए. वायुसेना ने कहा कि जो टास्क मिला था वो पूरा हुआ. हमारे सारे विमान वापिस आ गए हैं. विदेश मंत्रालय ने बयान में कहा था इसमें आर्मी और सिविलियन मारे नहीं गए हैं. सरकार के द्वारा एक रणनीति के तहत 300 का आंकड़ा पेश किया गया. पिछले दो दिन में अंतरराष्ट्रीय मीडिया ने मारे जाने वाले आतंकियों की संख्या को लेकर सवाल उठाया है.
गौरतलब है कि इनसे पहले इंडिया टुडे कॉन्क्लेव में बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने कहा कि उरी हमले के बाद सर्जिकल स्ट्राइक और पुलवामा के बाद एयर स्ट्राइक एक सही कदम है. अब पाकिस्तान को फैसला लेना है कि वो क्या करना चाहेगा. पाक पीएम इमरान खान को जवाब देते हुए शाह ने कहा कि पुलवामा के हमले की निंदा करना के लिए उन्हें कौन सा सबूत चाहिए.
इंडिया टुडे कॉन्क्लेव 2019 में 1 और 2 मार्च को ज्वलंत मसलों पर शानदार बहस और चर्चाएं हो रही हैं. दो दिन तक चलने वाले विचार और बहस के इस मंच पर आतंकवाद और सुरक्षा, विज्ञान और तकनीक, अध्यात्म, साथ ही इंटरनेट और मनोरंजन से जुड़े मसलों पर भी विचार रखे जा रहे हैं. इंडिया टुडे ग्रुप पिछले 18 वर्षों से इंडिया टुडे कॉन्क्लेव का आयोजन करता आया है.