लद्दाख सीमा पर चीनी सैनिकों से संघर्ष करते हुए शहीद हुए देश के 20 जवानों को हर कोई सलाम कर रहा है. 15 जून की रात को गलवान घाटी में चीनी सैनिकों के साथ भारतीय सेना के जवानों का संघर्ष हुआ, इस खूनी झड़प में 20 जवानों ने देश के लिए शहादत दे दी. अब इस गम और गुस्से के बीच सभी के पार्थिव शरीरों को उनके गांव वापस लाया जा रहा है.
गुरुवार सुबह बिहार के बिहटा में शहीद जवान सुनील कुमार का पार्थिव शरीर पहुंचा. गांव में जब पार्थिव शरीर पहुंचा तो सैकड़ों की संख्या में लोग इकट्ठा हुए. इस दौरान भारत माता की जय के नारे लगाए गए और सेना के कई अफसर मौजूद रहे.
ग़म और गुस्से के बीच गलवान के शहीदों को अंतिम विदाई #ATVideo pic.twitter.com/AHaIqMjLvQ
— AajTak (@aajtak) June 18, 2020
शहीद सुनील कुमार को राजकीय सम्मान के साथ दी गई श्रद्धांजलि, इस दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार तो मौजूद नहीं रहे लेकिन डिप्टी सीएम सुशील मोदी श्रद्धांजलि देने पहुंचे.
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लद्दाख में चीन के साथ झड़प में शहीद हुए हवलदार के. पलानी का शव भी बुधवार को मदुरै पहुंचा. जब पार्थिव शरीर एयरपोर्ट पहुंचा तो सेना के बड़े अफसरों ने के. पलानी को श्रद्धांजलि दी. एयरपोर्ट पर श्रद्धांजलि के बाद के. पलानी के पार्थिव शरीर को उनके गांव लाया गया, जहां उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा.
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पंजाब के संगरूर के रहने वाले 22 साल के गुरविंदर सिंह भी चीन के साथ संघर्ष में शहीद हो गए, यहां उनके गांव में गमगीन माहौल है. उनके अलावा पटियाला के शहीद मंदीप सिंह, जमशेदपुर के रहने वाले 21 साल के गणेश को गांव वालों ने श्रद्धांजलि दी.
इस संघर्ष में शहीद हुए कर्नल संतोष बाबू का पार्थिव शरीर भी बुधवार को ही हैदराबाद पहुंच गया, जहां राज्य की राज्यपाल, मुख्यमंत्री और अन्य वरिष्ठ नेताओं ने उन्हें श्रद्धांजलि दी. 👇हैदराबाद पहुंचा शहीद कर्नल संतोष बाबू का पार्थिव शरीर (PTI)

आपको बता दें कि सभी 20 जवानों के पार्थिव शरीर को सबसे पहले लद्दाख से दिल्ली लाया गया, इसके बाद हर किसी के शरीर को उनके गांव भेजा गया. जहां स्थानीय नेताओं और सरकारों के प्रतिनिधियों ने श्रद्धांजलि दी. अभी सभी के पार्थिव शरीर घर नहीं पहुंचे हैं, कुछ के पार्थिव शरीर आज पहुंचेंगे.
सोमवार यानी 15 जून को गलवान घाटी में चीन और भारत के सैनिकों के बीच संघर्ष हुआ. इस दौरान भारत के 20 जवान शहीद हुए, जबकि चीन को भी बड़ा नुकसान हुआ. हालांकि, चीन की ओर से उसके घायल या मारे गए जवानों की जानकारी नहीं दी गई है.