देश के विकास का सपना कभी आंखों से ओझल न करने वाले दिवंगत राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम को केरल व राजस्थान में अनोखे अंदाज में श्रद्धांजलि दी गई. राज्य के कुछ सरकारी अधिकारियों और कर्मचारियों ने रविवार को भी काम करके कलाम के सिद्धातों के प्रति सच्चे प्रेम का इजहार किया.
केरल के मुख्य सचिव जीजी थाम्पसन ने 28 जुलाई को ट्वीट कर बताया था कि रविवार को राज्य के सरकारी दफ्तरों में काम होगा, लेकिन मुख्यमंत्री ओमन चांडी ने इस प्रस्ताव को नामंजूर कर दिया था. मुख्यमंत्री के इनकार के बावजूद राज्य के स्वास्थ्य निदेशालय ने रविवार को काम किया. काम करने का फैसला स्टाफ वेलफेयर कमेटी ने किया था.
स्वास्थ्य निदेशालय के निदेशक एस. जयशंकर ने कहा कि न केवल उनके दफ्तर में काम हुआ, बल्कि मलेरियारोधी अभियान की शुरुआत भी की गई. एक कर्मचारी ने बताया, 'रविवार को काम करने का फैसला सर्वसम्मति से हुआ था. यही हमारे पूर्व राष्ट्रपति चाहते थे कि हम अधिक से अधिक काम कर देश को आगे ले जाएं.'
अब्दुल कलाम ने एक पोस्ट में कहा था कि वह यही चाहेंगे कि उनकी मौत पर छुट्टी होने के बजाए लोग एक दिन अतिरिक्त काम करें. राज्य सरकार के कई अधिकारियों ने छुट्टी के दिन काम करने की पेशकश की थी, जिसके बाद थाम्पसन ने ट्वीट किया था.
राज्य के अन्य जिलों से भी खबर आ रही है कि रविवार होने के बावजूद ग्राम पंचायत जैसे कुछ सरकारी दफ्तरों में कामकाज हुआ है.
कलाम का केरल से गहरा रिश्ता था. यहीं पर उन्होंने इसरो के वैज्ञानिक के रूप में 60 के दशक से सन 80 के बीच लगभग दो दशक बिताए थे.
जयपुर में खुले रहे सभी पोस्ट ऑफिस
दिवंगत राष्ट्रपति कलाम के प्रति ऐसी श्रद्धांजलि देश के दूसरे भागों में भी देखी गई. जयपुर में रविवार को भी तमाम पोस्ट ऑफिस खुले रहे और अफसर-कर्मचारियों ने जी लगाकर काम किया.
All post offices in Jaipur remain open on Sunday as a mark of respect for late former President APJ Abdul Kalam pic.twitter.com/HSKtG4HgSR
— ANI (@ANI_news) August 2, 2015
इनपुट: IANS