लोकसभा चुनाव में शर्मनाक हार के बाद कांग्रेस की फजीहत का जो सिलसिला शुरू हुआ है वो थमने का नाम नहीं ले रहा. लोकसभा में आगे की कतार में बैठने के लिए पार्टी को सिर्फ दो सीटें मिली हैं, जबकि मांग चार सीटों की थी.
सदन में आगे की कतार के लिए सोनिया गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे के लिए दो सीटें दी गई हैं. उन्हें आम आदमी पार्टी और लेफ्ट के सांसदों के साथ बैठना होगा. वहीं, वरिष्ठता के आधार पर सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव को भी आगे की कतार में सीट दी गई है.
आपको बता दें कि एआईएडीएमके, टीएमसी, बीजेडी, टीआरएस और वाईएसआर कांग्रेस ने पहले ही कांग्रेस के साथ बैठने से इनकार कर दिया था. इन पार्टियों का कहना है कि वह बीजेपी और कांग्रेस से समान दूरी बनाए रखना चाहते हैं. इस वजह से सीटों के बंटवारे में लोकसभा स्पीकर को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा.
लोकसभा में नेता विपक्ष पद पर भी हुई कांग्रेस की फजीहत
लोकसभा में 44 सीटों के साथ कांग्रेस दूसरे नंबर की पार्टी है. लेकिन 545 सदस्यों वाले सदन में नेता प्रतिपक्ष की हैसियत के लिए अनिवार्य 55 सदस्य संख्या से पार्टी पिछड़ रही है. बीजेपी इसी नियम का हवाला देते हुए कांग्रेस को नेता प्रतिपक्ष पद न देने पर तुली हुई है. जुलाई महीने में लोकसभा में कांग्रेस संसदीय दल के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने स्पीकर सुमित्रा महाजन को 60 सांसदों का हस्ताक्षरयुक्त पत्र भिजवाया था और इस पद पर अपना दावा पेश किया. हालांकि, लोकसभा स्पीकर ने अब तक इस मुद्दे पर कोई फैसला नहीं लिया है.