सरकार ने बुधवार को इस आशंका को खारिज किया कि लेखा नियामक आईसीएआई उन आडिटरों के खिलाफ तेजी से काम नहीं कर रही है जो पूर्ववर्ती सत्यम कंप्यूटर के खातों की हेराफेरी में शामिल रहे हैं.
अमेरिकी नियामक ने ऐसे दो आडिटरों पर पहले ही प्रतिबंध लगा दिया है. कंपनी मामलों के मंत्री सलमान खुर्शीद ने सीआईआई के समारोह के मौके पर कहा ‘काम अंतिम चरण में है. आईसीएआई इस पर काम कर रही है, हमें यह नहीं कहना चाहिए कि वे काम नहीं कर रहे. हम आगे बढ़ रहे हैं.’
इस महीने की शुरुआत में आडिटरों के अमेरिकी नियामक पब्लिक कंपनी अकाउंटिंग ओवरसाईट बोर्ड (पीसीएओबी) ने सत्यम कंप्यूटर्स के पूर्व आडिटर प्राईसवाटरहाउसकूपर्स के सहयोगी लवलाक एंड लुईस के वरिष्ठ कार्यकारी शिव प्रसाद पुलवर्ती और चिंतापटल रवींद्रनाथ पर प्रतिबंध लगा दिया.
भारतीय लेखा नियामक आईसीएआई ने सत्यम की अकाउंटिंग से जुड़े एस गोपालकृष्णन और श्रीनिवास ताल्लुरी के खिलाफ अनुशासन समिति की सुनवाई भी पूरी नहीं की है. उक्त दोनों आडिटर फिलहाल जेल में हैं. खुर्शीद ने कहा ‘जो लोग जेल में हैं हमें उनका ध्यान जरूर रखना चाहिए. हम तेजी से आगे बढ़ेंगे. क्या किया जाना चाहिए इस बारे में परेशान होने की कोई वजह नहीं है.’ मंत्री ने कहा कि आईसीएआई कुछ दस्तावेज का इंतजार कर रही है जो पहले तैयार नहीं हो सका क्योंकि दोनों आडिटर जेल में हैं.