आईएएस अफसर एक बार केंद्र में डेपुटेशन पर आ जाएं तो फिर दोबारा अपने राज्य कैडर यूपी और जम्मू-कश्मीर में तैनाती नहीं चाहते. यह बात केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने कही. हालांकि उन्होंने किसी राज्य का नाम नहीं लिया. लेकिन उन्होंने इतना जरूर कहा कि कुछ राज्य हैं जहां वापस भेजने के लिए हमें अफसरों की मान-मनौव्वल करनी पड़ती है.
ऐसे सामने आए राज्यों के नाम
जितेंद्र सिंह ने बहुत जोर डालने पर भी नाम नहीं बताए. बोले- 'यह अनुचित होगा.' हालांकि अंग्रेजी अखबार टाइम्स ऑफ इंडिया ने अपनी रिपोर्ट में सरकारी सूत्रों के हवाले से दावा किया है कि दिल्ली, यूपी और जम्मू-कश्मीर कुछ ऐसे राज्य हैं, जहां अफसरों को भेजने के लिए मनाना पड़ता है.
महाराष्ट्र, गुजरात में खुश हैं अफसर
रिपोर्ट में दूसरा पहलू भी है. गुजरात और महाराष्ट्र दो ऐसे राज्य हैं जहां आईएएस अफसर काम करने के लिए खुश हैं. वहीं, यूटी कैडर के ब्यूरोक्रेट दिल्ली सरकार के साथ काम करने में भी संकोच कर रहे हैं. वे दिल्ली और केंद्र सरकार के बीच किसी झगड़े में नहीं फंसना चाहते.
यूपी इसलिए नापसंद
सूत्रों के मुताबिक यूपी में नियुक्तियों और ताबदलों में राजनीतिक दखलअंदाजी के कारण अधिकारी यहां जाने से बचना चाहते हैं. गौरतलब है कि यूपी में दुर्गा शक्ति नागपाल और अमिताभ ठाकुर जैसे अधिकारियों के मामले यूपी में ही सामने आए हैं. आरोप है कि सरकार ने इन्हें निशाना बनाया है.