अखिल भारत हिंदू महासभा ने मांग की है कि नोट पर महात्मा गांधी की जगह वीर सावरकर की तस्वीर लगाई जाए. इसके अलावा महासभा की मांग है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सावरकर को भारत रत्न देने की भी घोषणा करें. मंगलवार को अखिल भारत हिन्दू महासभा के प्रमुख स्वामी चक्रपाणि महाराज ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से इस बाबत अपील की.
बता दें कि 28 मई को वीर सावरकर की जयंती थी, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी अपने रेडियो कार्यक्रम मन की बात में वीर सावरकर को श्रद्धांजलि दी और उनकी तारीफों के पुल बांधें. गौरतलब है कि वीरसावरकर को लेकर कई बार राजनीतिक गलियारों में बयानबाजी भी होती रही है, एक तरफ बीजेपी सावरकर की तारीफ करती है तो वहीं कांग्रेस सहित विपक्षी पार्टियां उनकी आलोचना करती हैं.
मन की बात में पीएम ने पढ़े थे कसीदे
मासिक रेडियो कार्यक्रम 'मन की बात' में पीएम मोदी ने कहा कि वीर सावरकर का जन्म मई महीने में हुआ था और उन्होंने ही 1857 की लड़ाई को विद्रोह के बजाय आजादी की लड़ाई कहा था. पीएम ने वीर सावरकर को एक साहसिक क्रांतिकारी की संज्ञा देते हुए उनकी तारीफ में जमकर कसीदे पढ़े.
पीएम मोदी ने कहा, 'सावरकर जी का व्यक्तित्व विशेषताओं से भरा था. वे शस्त्र और शास्त्र दोनों के उपासक थे. आमतौर पर लोग वीर सावरकर को उनकी बहादुरी और ब्रिटिश राज के खिलाफ उनके संघर्ष के लिए जानते हैं, लेकिन इन सबके अलावा वे एक ओजस्वी कवि और समाज सुधारक भी थे, जिन्होंने हमेशा सद्भावना और एकता पर बल दिया.'
आपको बता दें कि विनायक दामोदर सावरकर का जन्म 28 मई 1883 को हुआ था. उन्होंने हिंदू धर्म और हिंदू आस्था से अलग, राजनीतिक ‘हिंदुत्व’ की स्थापना की थी, जिसके बाद उन्हें वीर सावरकर के नाम से भी जाना जाता था. बता दें कि केंद्र और देश के कई महत्वपूर्ण राज्यों में सत्तारूढ़ पार्टी भाजपा हिंदुत्व की इसी विचारधारा की राजनीति करती है.