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क्रिकेट कंट्रोल सब करे, लालच पर कंट्रोल कोई नहीं

नारायणस्वामी श्रीनिवासन को कौन जानता था जब वह चेन्नई सुपर किंग्स के मालिक नहीं थे. किसी भी सीमेंट कंपनी के मालिक को कौन जानता है तब तक जब तक वह किसी आईपीएल टीम का मालिक ना बन जाए या जूही चावला से व्याह ना कर ले. जय मेहता ने दोनों किया, वह कोलकाता टीम के सह-मालिक भी हैं और जूही चावला के पति भी.

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नारायणस्वामी श्रीनिवासन
नारायणस्वामी श्रीनिवासन

नारायणस्वामी श्रीनिवासन को कौन जानता था जब वह चेन्नई सुपर किंग्स के मालिक नहीं थे. किसी भी सीमेंट कंपनी के मालिक को कौन जानता है तब तक जब तक वह किसी आईपीएल टीम का मालिक ना बन जाए या जूही चावला से व्याह ना कर ले. जय मेहता ने दोनों किया, वह कोलकाता टीम के सह-मालिक भी हैं और जूही चावला के पति भी. श्रीनिवासन इंडिया सीमेंट के मालिक हैं और धोनी-समेत चेन्नई सुपर किंग्स के भी. उनको मालिक होने की ऐसी टिक है कि वह बीसीसीआई पर अपना मालिकाना हक जताते हैं, जब कि हैं सिर्फ इसके अध्यक्ष. उन पर दबाव बनाया जा रहा है कि वे कुर्सी छोड़ दें.

बीसीआईआई का पूरा नाम है बोर्ड फॉर कण्ट्रोल ऑफ़ क्रिकेट इन इंडिया. अर्थात भारत में क्रिकेट पर नियंत्रण करने वाला बोर्ड. जिस देश में हत्या, बलात्कार पर नियंत्रण करने के लिए बोर्ड नहीं बना, वहां क्रिकेट को नियंत्रण में रखने के लिए एक बोर्ड है. कंट्रोल के लिए. फिर भी कुछ कंट्रोल नहीं होता इनसे. पैसा बटोरने से फुर्सत मिले तब तो. बोर्ड बटोरे, सटोरिए सटोरें तो खिलाड़ी क्यों खड़े ताकते रहते? कुछ ने अपनी पूरी ताक़त लगा दी, जोर नहीं लगाने में, हार जाने में और फिर थोड़ा कमीशन बनाने में. खैर, श्रीशांत की उद्वेलित करने वाली कहानी में अब नया क्या है?

हर ससुर के जीवन में वह अनमोल क्षण आता है जब उनके नाक का बाल दामाद उनके नाक में दम कर जाता है. श्रीनिवासन के लिए वह क्षण अभी आया ही है. रोबर्ट के ससुराल को बहुत मशक्कत करनी पड़ी, रंजन तो दत्तक दामाद थे फिर भी ससुर की सुरसुरी निकाल दी थी. श्रीनिवासन भी निकल आएं या किस्मत बुरी हुई तो निकाले जाएं.

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गुरुनाथ मेइअप्पन अपने ससुर की चेन्नई टीम में प्रिंसिपल थे. पुलिस कहती है विन्दु दारा सिंह का मित्र गुरुनाथ मेइअप्पन खुद मैच फिक्स करता था. ये सुन कर तो श्रीनिवासन खुश ही हुए होंगे और कहा होगा चलो सब सामान्य है. क्योंकि बेटे को तो उन्होंने कोड़े लगाए थे क्योंकि वह सामान्य नहीं था उनके मुताबिक. उनका बेटा समलैंगिक है और श्रीनिवासन उन्हें समदृष्टि से बिलकुल नहीं देखते.

बेटे को घर से निकाला जगहंसाई के डर से. लेकिन कमाई के चक्कर में जमाई ऐसी कालिख पुताई कर गया कि मुंहछुपाई के लिए जगह नहीं है. मकान में दरार आए तो इंडिया सीमेंट से जुड़ सकता है पर चरित्र की दरार के लिए कोई सीमेंट नहीं बना. पूरे आईपीएल के चरित्र पर संदेह की दरार है. बीसीसीआई का चरित्र तो दरारों से लिखी दास्तान बन गई है. क्रिकेट पर कंट्रोल के लिए बोर्ड है, बस बेईमानी बेलगाम है.

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