पत्रकार से यौन शोषण के आरोपी तरुण तेजपाल के मामले पर उनके संस्थान 'तहलका' की मैनेजिंग एडिटर शोमा चौधरी ने कहा है कि अगर वह न्याय नहीं कर पाईं तो अपना पद छोड़ देंगी. हेडलाइंस टुडे से खात बातचीत में शोमा ने कहा कि उनकी प्राथमिकता एक जांच समिति बनाने की है, जो निष्पक्ष ढ़ंग से मामले की जांच करे.
उन्होंने कहा, 'अगर तरुण दोषी पाए जाते हैं और मुझे लगता है कि मैं न्याय नहीं कर पा रही हूं तो मैं अपना पद छोड़ दूंगी.' शोमा ने अपनी संस्थान का पक्ष रखते हुए कहा कि हमने जल्द से जल्द हर संभव कार्रवाई करने की कोशिश की है. हालांकि मुझे खेद है कि लड़की और उसके परिवार वालों को ऐसा लगा कि संस्थान उनकी मदद नहीं कर रही है. शोमा ने कहा कि पीड़िता ने मुझे एक संपादक के तौर पर पत्र लिखा है और मैं उसके साथ हूं.
तरुण को 20 वर्षों से जानती हूं, लेकिन बीच में नहीं आएगी दोस्ती
शोमा चौधरी ने कहा कि वह तरुण को पिछले 20 वर्षों से जानती हैं और दोनों अच्छे दोस्त हैं, लेकिन इसका असर फैसले पर नहीं पड़ेगा. अगर पुलिस एफआईआर दर्ज करती है तो मैं और हमारा संस्थान पुलिस का पूरा सहयोग करने को तैयार हैं.
तहलका की मैनेजिंग एडिटर ने कहा, 'मैं मानती हूं कि समिति बनाने में देरी हुई है. लेकिन मैं मामले की सही जांच के लिए निष्पक्ष लोगों की तलाश में हूं. इसके लिए मैं हर किसी से बात करने को तैयार हूं.
भावुक हुईं शोमा, लड़खड़ाए शब्द
संवाददाता के यह पूछने पर कि अगर तरुण दोषी पाए जाते हैं तो आपकी एक संस्था प्रमुख्ा और दोस्त होने के नाते क्या रणनीति होगी, शोमा भावुक हो गईं. वह बोलते-बालते रुक गईं. लेकिन फिर रूंधे स्वर में उन्होंने कहा कि वह पहले एक संस्था प्रमुख हैं और पीडि़ता को न्याय दिलाना उनका पहला धर्म है. उन्होंने कहा कि पिछले दो दिनों में जो कुछ हुआ उसके लिए वह दुखी हैं.