शिव सेना के कार्यकारी अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने बुधवार को वंदे मातरम के खिलाफ जमायत-उलेमा-इ-हिंद द्वारा जारी किए गये फतवा पर बरसते हुए कहा कि जो भी राष्ट्रीय गीत का विरोध कर रहें हैं उन्हें पाकिस्तान चला जाना चाहिए.
केन्द्र अल्पसंख्यकों को भुनाने में लिप्त है
ठाकरे द्वारा जारी किए गये बयान में कहा गया है कि यह फतवा केन्द्रीय गृह मंत्री पी चिदंमबरम की उपस्थिति में जारी किया गया. इससे पता चलता है कि केन्द्र अल्पसंख्यकों को भुनाने में लिप्त है. सेना के इस नेता ने आरोप लगाया, 'यदि राष्ट्र विरोधी यह फतवा केन्द्रीय गृह मंत्री की मौजूदगी में जारी किया गया तो इस राष्ट्र का कोई भविष्य नहीं है. इससे पता चलता है कि केन्द्र की नीति मुस्लिम वोटों को भुनाने की है.'
ऐसे फतवे हिन्दू-मुस्लिम तनाव को बढ़ाते हैं
उन्होंने कहा कि वंदेमातरम केवल दो शब्द नहीं हैं, ये राष्ट्र भावना को जगाने वाले हैं. यदि आप अपनी मातृभूमि को सलाम नहीं करना चाहते हैं तो आप किसे सलाम करना चाहते हैं ? भारत माता को सलाम करने में आपकी क्या बेइज्जती होती है ? जो भारत माता को सलाम नहीं करना चाहते हैं उन्हें पाकिस्तान या बांग्लादेश चला जाना चाहिए. इन राष्ट्र द्रोहियों के लिए इस देश में कोई स्थान नहीं है. उन्होंने अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं से कहा कि वे पूरे महाराष्ट्र में वंदेमातरम का बोर्ड लगा दें. उन्होंने कहा कि इस तरह के फतवे हिन्दू और मुस्लमानों के बीच तनाव को बढ़ाते हैं.