पूर्व राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार एम के नारायणन ने पठानकोट आतंकवादी हमले के बाद एयरबेस की सुरक्षा के लिए सेना के बजाय एनएसजी को तैनात किए जाने के फैसले की आलोचना करते हुए पाकिस्तान के साथ होने वाली आगामी विदेश सचिव स्तरीय वार्ता को स्थगित करने का आह्वान किया है.
हमले के दौरान तीन बार कमांडिंग अधिकारियों को बदलने के कदम की भी उन्होंने आलोचना की और इस बात का दावा किया कि जंग के दौरान कमांडरों को नहीं बदलने का खास नियम है.
उन्होंने कहा, 'मुझे लगता है कि खासकर भारत की ओर से वार्ता को लेकर जुनून है. आगामी विदेश सचिव स्तरीय वार्ता को निश्चित तौर पर स्थगित कर देना चाहिए जिसके लिए निश्चित स्तर का कुछ ग्लैमर भी डाला गया है.' इंडिया टुडे चैनल पर करण थापर के कार्यक्रम ‘नथिंग बट द ट्रूथ’ कार्यक्रम में उन्होंने कहा, 'अगर यही कारण है तो मैं यही कहूंगा कि अगर स्थितियां फलदायी नहीं हैं तो इसे स्थगित कर देना चाहिए. मैं इसे रद्द करने के लिए नहीं बल्कि स्थगित करने के लिए कह रहा हूं. इंतजार कीजिए और देखिए क्या होता है.'