भ्रष्टाचार के एक मामले में इंदिरा गांधी को गिरफ्तार करने वाले तमिलनाडु के पूर्व डीजीपी वीआर लक्ष्मीनारायणन का रविवार को चेन्नई में निधन हो गया. वह कुछ दिनों से बीमार थे. परिवारिक सूत्रों ने इसकी जानकारी दी. वह 91 वर्ष के थे और उनके एक बेटे और दो बेटियां हैं.
वीआरएल के नाम से जाने जाने वाले लक्ष्मीनारायण 1951 बैच के आईपीएस अधिकारी थे. उन्होंने मदुरै में एक सहायक पुलिस अधीक्षक के रूप में अपना करियर शुरू किया था और फिर केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) के संयुक्त निदेशक बने थे. लक्ष्मीनारायणन ने जवाहरलाल नेहरू, इंदिरा गांधी, चरण सिंह, मोरारजी देसाई सहित कई प्रधानमंत्रियों के अधीन काम किया था.
लक्ष्मीनारायण ने 1977 में पूर्व इंदिरा गांधी को भी भ्रष्टाचार के एक मामले में गिरफ्तार किया था. लक्ष्मीनारायणन 1985 में तमिलनाडु के पुलिस महानिदेशक पद से सेवानिवृत्त हुए थे. उनकी छोटी बेटी रामा नारायणन ने कहा कि पिता का निधन यहां उनके आवास पर रविवार को रात के लगभग 2 बजे हुआ. उनका अंतिम संस्कार 25 जून को किया जाएगा.
राम नारायणन अपने पिता को एक नायक के रूप में याद करती हैं, जो परिवार और सार्वजनिक सेवा के लिए समर्पित रहे. उन्होंने कहा कि उनका जीवन अनोखा था. क्योंकि एक सार्वजनिक चेहरा परिवार को समय देने में सक्षम नहीं होता है लेकिन अप्पा (पिता) परिवार को समय देना का अनूठा तरीखा खोज निकाला था. साथ ही वह सार्वजनिक जीवन में भी निष्ठावान रहे.