भारत में साल भर से इस बात पर बवाल मचा हुआ है कि रसोई गैस के दाम आसमान क्यों छू रहे हैं और सीएनजी स्टेशनों की लाइन छोटी क्यों नहीं हो रही, लेकिन भारत सरकार आयातित प्राकृतिक गैस को पाकिस्तान को बेचने में मस्त है. राज्यसभा में सांसद राम जेठमलानी के सवाल के जवाब पर पेट्रोलियम मंत्री ने यह जवाब दिया.
यही नहीं पेट्रोलियम मंत्री ने स्वीकार किया कि देश के विभिन्न सेक्टरों की मांग को पूरा करने के लिए देश के पास पर्याप्त प्राकृतिक गैस मौजूद नहीं है. सरकार ने माना कि गैस की बढ़ती मांग से देश में गैस की उपलब्धता कदमताल भी नहीं कर पा रही है. इसके बावजूद देश पाकिस्तान को 5 एमएमसीएमडी आयातित आरएलएनजी गैस निर्यात कर रहा है.
गैस अथॉर्टी ऑफ इंडिया लिमिटेड (गेल) के माध्यम से पांच साल की अवधि के लिए यह निर्यात किया जा रहा है. सरकार की इच्छा तो पाकिस्तान से स्थायी करार करके गैस बेचने की थी लेकिन पाकिस्तान ही इसके लिए रजामंद नहीं हुआ.