दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (डीएमआरसी) के प्रिंसिपल एडवाइजर और 'मेट्रो मैन' के नाम से मशहूर ई श्रीधरन का कहना है कि उन्हें नरेंद्र मोदी की ओर से कैबिनेट का हिस्सा बनने का प्रस्ताव नहीं मिला है. इससे पहले, मीडिया में ऐसा कयास लगाए जा रहे थे कि ई श्रीधरन देश के अगले रेल मंत्री हो सकते हैं. हालांकि, 'मेट्रो मैन' ने सोमवार को कोच्चि में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान इन दावों को खारिज कर दिया.
हालांकि, ई श्रीधरन ने यह भी साफ कर दिया कि अगर मोदी में उन्हें अपनी कैबिनेट में जगह देते हैं तो वह इसे खुशी-खुशी स्वीकार करेंगे. ई श्रीधरन ने बताया कि वडोदरा में मेट्रो कोच की फैक्ट्री लगाने के वक्त वह मोदी के साथ काम कर चुके हैं. श्रीधरन ने कहा, 'मेरे लिए बीजेपी अछूत नहीं है. बीजेपी ने अपने मेनिफेस्टो के लिए मुझसे सुझाव लिए थे.'
श्रीधरन ने कहा, 'मुझे बीजेपी की ओर से कैबिनेट ज्वाइन करने के लिए कोई आधिकारिक प्रस्ताव नहीं मिला. इस मुद्दे पर चर्चा करके समय बेकार क्यों किया जाए.'
आपको बता दें कि श्रीधरन को मोदी के प्रशंसक के तौर पर देखा जाता है. 8 मार्च 2014 को जापान दूतावास के एक समारोह में श्रीधरन के कहा था कि वडोदरा में मेट्रो रेल के कोच का कारखाने लगाने के लिए मोदी ने सिर्फ 18 महीने का वक्त लिया था. वह जल्द फैसले लेते हैं. उम्मीद करता हूं कि वह देश की निर्णय प्रक्रिया में तेजी लाएंगे.
आपको बता दें कि 81 वर्षीय श्रीधरन फिलहाल कोच्चि मेट्रो प्रोजेक्ट के प्रिसिंपल एडवाइजर हैं.