सत्ता में आने के बाद बीजेपी को नए साथी मिलते जा रहे हैं. रविवार को पार्टी के लिए उत्तर प्रदेश और तमिलनाडु से खुशखबरी आई. लखनऊ में कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य पूर्व केन्द्रीय मंत्री संजय सिंह के बेटे अनंत विक्रम सिंह ने बीजेपी का दामन थाम लिया. वहीं, डीएमके में आंतरिक लोकतंत्र नहीं होने का आरोप लगाते हुए पूर्व केंद्रीय मंत्री डी नेपोलियन बीजेपी में शामिल हो गए.
बीजेपी में शामिल हुए नेपोलियन
डीएमके से निष्कासित एम के अलागिरी के समर्थक और अभिनेता से नेता बने नेपोलियन ने चेन्नई में बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह की मौजूदगी में पार्टी की सदस्यता ली. एक दिन पहले ही उन्होंने डीएमके छोड़ दी थी.
बीजेपी कार्यालय में औपचारिक रूप से पार्टी में शामिल होने के बाद उन्होंने कहा, ‘मुझे डीएमके की कार्यशैली पसंद नहीं थी. पार्टी में कोई आंतरिक लोकतंत्र नहीं था. पार्टी के चुनाव सही तरीके से नहीं कराए गए.’
शाह के दो दिनी तमिलनाडु दौरे में बीजेपी में शामिल होने वाले नेपोलियन तीसरे बड़े नेता हैं. शनिवार को गीतकार गंगई अमारन और कोरियोग्राफर गायत्री रघुराम ने पार्टी की सदस्यता ली थी.
लोकसभा चुनावों से पहले छोटे दलों के साथ गठबंधन बनाने वाली बीजेपी खुद को डीएमके और एआईएडीएमके के विकल्प के तौर पर पेश करने की कोशिश कर रही है.
साल 2009 से 2012 तक यूपीए सरकार में सामाजिक न्याय और अधिकारिता राज्यमंत्री रहे नेपोलियन को डीएमके अध्यक्ष एम करुणानिधि के बड़े बेटे अलागिरी का समर्थन करने पर पार्टी के अंदर दरकिनार कर दिया गया था. अलागिरी को इस साल पार्टी से निष्कासित कर दिया गया था. पूर्व विधायक नेपोलियन प्रदेश के पूर्व मंत्री और तिरचिरापल्ली के प्रभावशाली डीएमके नेता के एन नेहरू के करीबी रिश्तेदार हैं. नरेंद्र मोदी की तारीफ करते हुए नेपोलियन ने कहा कि बीजेपी में उनके प्रवेश से हर तरह से प्रधानमंत्री के हाथ मजबूत होंगे.
संजय सिंह के बेटे ने बीजेपी का दामन थामा
बीजेपी के प्रांतीय अध्यक्ष लक्ष्मीकांत बाजपेयी ने अनंत का पार्टी में गर्मजोशी से स्वागत करते हुए उन्हें दल की सदस्यता ग्रहण कराई. बाजपेयी ने कहा, ‘अमेठी के शाही परिवार के अनंत विक्रम सिंह और उनके समर्थकों ने बीजेपी की सदस्यता ग्रहण की है और हम पार्टी में उनका स्वागत करते हैं. हमें उम्मीद है कि बीजेपी में शामिल होने वाले सभी लोग अपने-अपने क्षेत्रों में बीजेपी को विस्तार देंगे और वर्ष 2017 के राज्य विधानसभा चुनाव में पार्टी को जिताने के लिये काम करेंगे.’
गौरतलब है कि कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य संजय सिंह के बेटे अनंत के अपने पिता से तल्ख रिश्ते हैं और दोनों के बीच अमेठी के भूपति भवन पर हक को लेकर जंग हाल में काफी तेज हो गई थी. अनंत के अलावा पूर्व बसपा विधायक भगवान पाठक तथा सपा की ब्राहमण सभा के पूर्व उपाध्यक्ष राजीव शुक्ला ने भी बीजेपी का दामन थाम लिया.
इनपुट-भाषा